शिलचर, 20 जुलाई:देशभर की तरह शिलचर में भी श्रावण मास के पावन अवसर पर शिवभक्तों की आस्था से परिपूर्ण भव्य कांवड़ यात्रा का आयोजन किया गया। नारायणी शक्ति धाम एवं शिव शक्ति मंडल के संयुक्त प्रयास से रविवार सुबह 4:30 बजे से अन्नपूर्णा घाट से यह यात्रा आरंभ हुई।
भक्तों ने कांवड़ में पवित्र गंगाजल (स्थानीय रूप से पवित्र मानी गई नदी का जल) भरकर कंधे पर उठाया और पदयात्रा करते हुए मेहरपुर स्थित नारायणी शक्ति धाम पहुंचे। वहां शिवलिंग पर जल अर्पण कर भगवान शिव का अभिषेक किया गया। इस आध्यात्मिक यात्रा का उद्देश्य था — श्रावण मास में शिव को प्रसन्न करना और उनका आशीर्वाद प्राप्त करना।
इस अवसर पर उपस्थित श्रद्धालु विष्णु जालान ने बताया कि श्रावण मास को भगवान शिव का सबसे पवित्र मास माना जाता है। इस माह के प्रत्येक सोमवार का विशेष धार्मिक महत्व होता है। मान्यता है कि जब अन्य देवता विश्राम करते हैं, तब भगवान शिव सृष्टि का संचालन करते हैं।
श्रावण माह में भगवान शिव से संबंधित कई पौराणिक घटनाएं घटी थीं — जैसे समुद्र मंथन के समय विषपान, शिव-पार्वती विवाह, कामदेव दहन और भस्मासुर वध आदि। इस कारण यह मास शिवभक्तों के लिए अत्यंत पूजनीय है।
इस आयोजन में सहयोग प्रदान करने वालों में शैलेश पटोदिया, वेद प्रकाश बंसल, असीम चौधरी, सुशांत देवनाथ, जगदीश प्रसाद ग्वाला सहित कई श्रद्धालु सक्रिय रूप से शामिल रहे। श्रद्धा, भक्ति और अनुशासन का अद्भुत संगम इस कांवड़ यात्रा में देखने को मिला।





















