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कर्मयोगी श्रीमत स्वामी 108 ज्योतिश्वरानंद गिरि महाराज की 20वीं पुण्य तिथि बुधवार को सिलचर के सोनाई रोड, महाप्रभु सारणी स्थित सिलचर शंकरमठ मठ और मिशन में मनाई गई। कार्यक्रम का समापन सुबह चंडीपाठ, गुरु पूजा, गीता पाठ, गीता चर्चा और उपस्थित भक्तों के बीच महाप्रसाद वितरण के साथ हुआ, जिसके बाद शाम को सामूहिक गीत प्रस्तुति और अंत में सामूहिक प्रार्थना हुई। सिलचर शंकर मठ मठ और मिशन के कर्माध्यक्ष श्रीमत बिजनानंद ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि सनातन धर्म के आध्यात्मिक सिद्धांतों और दर्शन की अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा सराहना की जाती है। अधर्म रहित धर्म की स्थापना तथा साधुओं के उद्धार के लिए भगवान के अवतरण का उल्लेख भगवद्गीता में किया गया है। महापुरुष का साम्राज्य, युवावस्था का संगम, उभरते विश्व के कल्याण हेतु, शंकर मठ एवं मिशन के प्राण, गीता के रचयिता हिमाद्रि युगाचार्य परमहंस श्रीमत् ज्योतिश्वरानंद गिरि महाराज, आध्यात्मिक जगत के प्रकाश, कलि के अंधकार में खोए हुए लोगों को आज मार्गदर्शन देने के लिए उन्होंने गीता के सार को देश के सुदूरतम भागों से लेकर बाह्य जगत तक फैलाया। उनके 80 वर्ष के लम्बे अभ्यास जीवन में सत्य शाश्वत एवं शाश्वत है। स्वामी ज्योतिश्वरानंद गिरि महाराज ने देश-विदेश में अनेक गीता प्रचार केंद्र स्थापित किए, अनगिनत मठ-मंदिर, संस्कृत महाविद्यालय, सामाजिक विकास के प्रकल्प, अनाथालय, उन्नत कृषि पद्धति, गौमाता प्रकल्प, शैक्षणिक सेवाएं और सामाजिक विकास के प्रकल्प उनकी अनूठी कृतियाँ हैं, स्वामी ज्योतिश्वरानंद गिरि महाराज ने आध्यात्मिक जगत में अपार उपलब्धियां अर्जित की हैं। श्रीमत् स्वामी आत्मानंद महाराज ने कहा, आज दुर्लभ महापुरुष ज्योतिश्वरानंद गिरि महाराज की शुभ तिरोधान तिथि है, इस अवसर पर पूरे विश्व में शंकर मठों और मिशनों में उनकी तिरोधान तिथि मनाई जा रही है, इस अवसर पर शंकर मठों और मिशन सिलचर शाखा में उनका तिरोधान उत्सव मनाया जा रहा है। वैश्विक शंकर मठों और मिशनों की शाखाओं की स्थापना, बांग्लादेश, म्यांमार, भारत अगरतला, हरिद्वार के लगभग सभी उपजिलों और गांवों में गीता ज्ञान और प्रचार केंद्रों का प्रसारण, अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में पश्चिम बंगाल, अमेरिका, कनाडा और मध्य पूर्व सहित विभिन्न स्थानों में इसकी शाखाएं और उप-शाखाएं हैं। उस दिन उपस्थित अन्य लोगों में इंद्रजीत दास, संपादक बिप्लब डे, सह-अध्यक्ष रामू देबनाथ, राकेश मित्रा, ब्यूटी डे, शिप्रा डे, प्रणब दत्त, रतन डे, काबुल मित्रा और अन्य शामिल थे।