नई दिल्ली. संसद के मानसून सत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच गतिरोध समाप्त हो गया है. सोमवार 1 अगस्त को शुरुआती हंगामे के बाद संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने लोकसभा में चारों सांसदों का निलंबन खत्म करने का प्रस्ताव रखा, जिसे स्पीकर ने स्वीकार कर लिया. इसके साथ ही महंगाई के मुद्दे पर भी चर्चा शुरू हो गई है.
हालांकि दिन की शुरुआत हंगामे के साथ हुई. संजय राउत के मुद्दे पर सोमवार को संसद में हंगामा हुआ. हंगामे के कारण लोकसभा और राज्यसभा की कार्रवाई स्थगित करना पड़ी. महंगाई के मुद्दे पर भी चर्चा नहीं हो सकी. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने सदन की कार्रवाई स्थगित होने के बाद कहा, महंगाई पर चर्चा के लिए पहले दिन से ही सरकार तैयार थी. विपक्ष सदन को सुचारू रूप से चलने नहीं दे रहा है. हमने पहले ही तय कर लिया था कि लोकसभा में सोमवार को और राज्यसभा में मंगलवार को मूल्य वृद्धि के मुद्दे पर चर्चा की जाएगी. इसके बावजूद सदन को चलने नहीं दिया गया. वे इस मुद्दे पर चर्चा करने से भाग रहे हैं.
इससे पहले संजय राउत के मुद्दे पर चर्चा के लिए शिवसेना की राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने नोटिस दिया था. जैसे ही सदन की कार्रवाई शुरू हुई, शिवसेना के साथ ही कांग्रेस के सदस्य भी हंगामा करने लगे. वहीं संजय राउत के बहाने एक बार फिर विपक्ष को हंगामा करने का मौका मिल गया. विपक्ष दल इस मुद्दे पर एक साथ नजर आ रहे हैं. लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी कह चुके हैं कि उनकी पार्टी संजय राउत के साथ है.





















