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प्रतिदिन की भांति आज भी सुबह 5:30 बजे यज्ञ स्थल की ओर प्रणाम करने गई थी और वापस लौटते समय तेज गति से आ रही एंबेस्डर के धक्के में जोगीपाड़ा, घुंघुर निवासी श्रीमती गौरी नोनिया की दुखद मृत्यु हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक यज्ञ स्थल के निकट आज सुबह लगभग 5.45 बजे एनआईटी से शिलचर की तरफ आ रही अंबेसेडर ने रॉन्ग साइड जाकर श्रीमती गौरी नुनिया को टक्कर मारी और नीचे खेत में चला गया। आनन-फानन में लोगों ने गौरी नुनिया को शिलचर मेडिकल कॉलेज भेजा किंतु रास्ते में ही उनका प्राणांत हो गया।
क्षुब्ध जनता ने रोड ब्लॉक कर दिया था, मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारी द्वारा उचित कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद चक्का जाम खुला। स्थानीय जनता ने रोड सेफ्टी और अन्य कई मांगों को लेकर एक ज्ञापन भी अधिकारियों को सौंपा। दूर्घटना के बाद भाग रहे ड्राइवर को पकड़कर लोगों ने पुलिस को सौंप दिया। ट्रैफिक पुलिस ने अभिशप्त गाड़ी को अपने कब्जे में ले लिया है।
65 वर्षीय गौरी नोनिया रिटायर्ड टीचर पति राम नुनिया की धर्मपत्नी थी। वे अपने पीछे 2 पुत्र राजनारायन व राजीव, 2 पुत्रवधू, 1विवाहित बेटी फुलन सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गई है। पोस्टमार्टम के उपरांत आज ही उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। छोटे पुत्र राजीव ने मुखाग्नि दी। गौरी नुनिया के असामयिक मृत्यु से आसपास के इलाके में शोक छा गया। लोगों में चर्चा थी की गौरी नुनिया बहुत ही धार्मिक प्रवृत्ति की सज्जन महिला थी। प्रतिदिन सुबह उठकर यज्ञ स्थल और बरम बाबा मंदिर में प्रणाम करने जाती थी।