नई दिल्ली. देश के आर्थिक मोर्चे पर अच्छी खबर आई है. दरअसल, जीएसटी कलेक्शन के आंकड़ों में एक बार फिर उछाल आया है. वित्त मंत्रालय ने रविवार को कहा कि दिसंबर में जीएसटी कलेक्शन सालाना आधार पर 15 फीसदी बढ़कर 1.49 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया.
वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा, दिसंबर 2022 के दौरान एकत्रित ग्रॉस जीएसटी रेवेन्यू 1,49,507 करोड़ रुपये है. इसमें सीजीएसटी 26,711 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 33,357 करोड़ रुपये, आईजीएसटी 78,434 करोड़ रुपये (वस्तुओं के आयात पर जमा किए गए 40,263 करोड़ रुपये सहित) और सेस 11,005 करोड़ रुपये (वस्तुओं के आयात पर जमा किए गए 850 करोड़ रुपये सहित) शामिल हैं.
लगातार 10वें महीने बना रिकॉर्ड
दिसंबर लगातार 10वां महीना है जब जीएसटी रेवेन्यू 1.40 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है. इससे पहले नवंबर में जीएसटी कलेक्शन सालाना आधार पर 11 फीसदी बढ़कर 1.46 लाख करोड़ रुपये था. अप्रैल में कलेक्शन 1.68 लाख करोड़ रुपये की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहंच गया था. अब तक का दूसरा सबसे बड़ा जीएसटी कलेक्शन अक्टूबर में 1.52 लाख करोड़ रुपये रहा है. दिसंबर 2022 में वस्तुओं के आयात से रेवेन्यू 8 फीसदी अधिक था और घरेलू लेनदेन से रेवेन्यू (सेवाओं के आयात सहित) रिपोर्टिंग पीरियड में 18 फीसदी बढ़ा.
जीडीपी में कॉरपोरेट टैक्स का हिस्सा बढ़ा
कॉरपोरेट टैक्स कलेक्शन 2 साल के अंतराल के बाद वित्त वर्ष 2021-22 में जीडीपी के 3 फीसदी से ज्यादा हो गया. यह वृद्धि वस्तुओं और सेवाओं की मांग में वृद्धि से भारतीय उद्योग जगत के मुनाफे में सुधार को दर्शाती है. हालांकि, कॉरपोरेट टैक्स कलेक्शन वित्त वर्ष 2018-19 में दर्ज किए गए जीडीपी के मुकाबले 3.51 फीसदी के स्तर से अभी भी कम है.