एलोरा विज्ञान मंच की नई समिति का गठन।
दुमदुमा, प्रेरणा भारती 16 जून :– सांप के काटने को रोके जा सकने वाली दुर्घटना बताते हुए डिमौ मॉडल अस्पताल के प्रसिद्ध सर्प चिकित्सक डॉ. सुरजीत गिरि ने कहा कि सांपों के बिना हमारी जीवन प्रत्याशा केवल 19 वर्ष होगी। उन्होंने सर्पदंश की विभिन्न घटनाओं का वर्णन किया और कहा कि यदि मरीजों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया जाए तो उनकी जान बचाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि सांपों की केवल चार प्रजातियां ही जहरीली होती हैं। बाकी सभी विष रहित हैं। उन्होंने कहा कि सर्पदंश (सांपों के डसने वाले स्थान) पर पट्टी नहीं बांधनी चाहिए और न ही उन्हें धोना चाहिए। हालांकि सांप के डसने वाले स्थान को हिलाना नहीं चाहिए। डॉ. गिरि एलोरा विज्ञान मंच के दुमदुमा शाखा के चौथे द्विवार्षिक सम्मेलन के अवसर पर आयोजित सांप के डसने और उसकी रोकथाम विषय के संगोष्ठी में बोल रहे थे। दुमदुमा एफ आर यू हॉस्पिटल के चिकित्सक व अस्पताल के संचालक डॉ. आशमा गजनवी ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि अब अधिकांश अस्पतालों में एंटीवेनम इंजेक्शन उपलब्ध है। एलोरा विज्ञान मंच के दिन भर चलने वाले कार्यक्रम की शुरुआत मंच के अध्यक्ष डॉ. बादल कुमार घोष द्वारा ध्वजारोहण तथा कार्यकारी अध्यक्ष झीकानंद बरगोहांई द्वारा स्मृति तर्पण किया गया । डॉ. बादल घोष की अध्यक्षता में आयोजित प्रतिनिधि सभा में संपादकीय प्रतिवेदन पाठ तथा लेखा-जोखा अधिवक्ता तारिणी डेका ने प्रस्तुत किया, जिसे सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। सभा के प्रारंभ में हाल ही में अहमदाबाद में विमान दुर्घटना में मारे गए लोगों तथा पिछले कार्यकाल के दौरान मारे गए अन्य लोगों की स्मृति में एक मिनट का मौन रखा गया। सभा में आगामी वर्ष के लिए नई कार्यकारी समिति का भी गठन किया गया, जिसमें डॉ. बादल कुमार घोष को अध्यक्ष, धर्मेश्वर बोरा को कार्यकारी अध्यक्ष , गोबिंद फुकन एवं सफोला मोरान को उपाध्यक्ष, रक्तिम हजारिका को सचिव , देवेन डेका एवं गीता मिश्रा को सहसचिव, ननी डेका को कोषाध्यक्ष तथा सदस्यगण क्रमशः सीमा चौधरी , विश्वजीत सोनोवाल , गोरखनाथ गुप्ता , तारिणी डेका , दिगंत पादुन आदि को बनाकर एक नई कार्यकारिणी समिति का गठन किया गया। इस कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार अर्जुन बरुआ धीरेन डेका अवकाश प्राप्त शिक्षक ललन प्रसाद गुप्ता सहित मंच के सदस्य सदस्या उपस्थित थे।




















