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कुमार भास्कर वर्मा संस्कृत एवं पुरातनाध्ययन विश्वविद्यालय के सर्वदर्शन विभाग द्वारा आयोजित ‘शास्त्रमन्थनम्’ व्याख्यानमाला के अंतर्गत आठवां और नौवां व्याख्यान आज रवीन्द्रनाथ ठाकुर की जयंती के अवसर पर सफलतापूर्वक ऑनलाइन माध्यम से आयोजित किया गया।
प्रथम व्याख्यान में त्रिपुरा विश्वविद्यालय के डॉ. विश्वबन्धु ने ‘रवीन्द्रनाथ ठाकुर की औपनिषदिक दृष्टि’ पर वक्तव्य प्रस्तुत किया, जबकि द्वितीय व्याख्यान में विश्वविद्यालय के ही डॉ. रणजीत कुमार तिवारी ने ‘रवीन्द्रनाथ ठाकुर की आध्यात्मिक मुक्ति की दिशा’ पर अपने विचार साझा किए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलगुरु,आचार्य प्रह्लाद आर. जोशी ने की। देशभर से शिक्षक, छात्र, शोधार्थी आदि इस अवसर पर उपस्थित रहे। आयोजन में परिषद के विभिन्न पदाधिकारी, अध्यापक व अध्यापिकाएँ भी प्रमुख रूप से सम्मिलित हुए। मंगलाचरण छात्रा निशिता देवी ने किया, स्वागत लोपामुद्रा गोस्वामी ने और संचालन लिराज काफ्ले ने किया। अंत में शांतिपाठ के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।





















