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समा. एजेंसी, गौहाटी, 14 दिसंबर: सलवार-कमीज पहनने के कारण एक महिला को सामाजिक रूप से बहिष्कृत कर दिया गया और 5000 रुपये का जुर्माना लगाया गया। यह घटना हाल ही में सिपाझार राजस्व सर्कल के गोंगाजानी कुओरी गांव में हुई।
मेघाली दास नामक महिला ने बुधवार को पुलिस और प्रशासन के पास शिकायत दर्ज करवाई, और इस मामले की जांच के लिए अधिकारी गांव आ सकते हैं। मेघाली ने कहा, “सलवार-कमीज पहनने की वजह से मुझे समाज से बहिष्कृत कर दिया गया है और मुझ पर 5000 रुपये का जुर्माना लगाया गया है। मैं एक छोटी सी दुकान चलाती हूं और चूंकि मुझे बाजार से सामान लाने जाना पड़ता है, इसलिए मैं परंपरागत असमिया पोशाक (मेखला-सादर) या साड़ी की तुलना में सलवार पहनना ज्यादा पसंद करती हूं। मेघाली ने आरोप लगाया कि गांव के लोग उनके सलवार-कमीज पहनने से आपत्ति जताते हैं। रविवार को स्थानीय मंदिर परिसर में आयोजित एक ‘कंगारू अदालत’ में यह फैसला लिया गया। उन्होंने कहा, अब हमें गांव के अन्य लोगों के घरों में जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। मेरे तीन बच्चों को भी दुकान पर आने से और गांव के लोगों से मिलने-जुलने से रोका गया है।
महिला ने यह भी बताया कि गांव के लोगों ने अन्य बच्चों को उनके बच्चों से स्कूल में बात करने से मना कर दिया है। उन्होंने कहा कि वह काम की सुविधा के लिए सलवार-कमीज पहनना जारी रखेंगी, भले ही इसके लिए उन्हें बहिष्कार का सामना करना पड़े।
इस बीच, गांववालों ने स्वीकार किया है कि सलवार-कमीज और जींस पहनने के लिए मेघाली पर जुर्माना लगाया गया था, लेकिन उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि महिला अपनी दुकान में नकली सोने के गहने बेचने और अन्य अवैध गतिविधियों में शामिल है।