नई दिल्ली. डेविड वॉर्नर की कप्तानी वाली दिल्ली कैपिटल्स टीम को आईपीएल 2023 में लगातार 3 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है. वॉर्नर ने बेशक दो मैचों में अर्धशतक जड़े लेकिन दिल्ली कैपिटल्स के पूर्व खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग कंगारू बैटर की पारी से खुश नहीं हैं. सहवाग ने कहा है कि यदि वॉर्नर परिस्थितियों के मुताबिक रन नहीं बना सकते तो, उन्हें आईपीएल में खेलने की जरूरत नहीं है. राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ वॉर्नर की कछुआ चाल पारी को देखकर सहवाग का गुस्सा फूट पड़ा है.
दिल्ली कैपिटल्स को राजस्थान के खिलाफ अपने तीसरे मैच में हार का सामना करना पड़ा. वॉर्नर की टीम 200 रन के लक्ष्य का पीछा नहीं कर पाई. नतीजतन उसे लगातार तीसरी हार झेलने पर मजबूर होना पड़ा. मौजूदा सीजन में उसे अभी भी एक अदद जीत का इंतजार है. वॉर्नर ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मैच में 55 गेंदों पर 65 रन की पारी खेली. इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 118 का रहा. राजस्थान के खिलाफ दिल्ली को 57 रन से हार नसीब हुई.
प्लीज आप अच्छा खेलो
वीरेंद्र सहवाग ने मैच के बाद क्रिकबज से बात करते हुए कहा, डेविड, यदि आप सुन रहे हो तो, प्लीज अच्छा खेलो. 25 गेंदों पर 50 रन बनाओ. यशस्वी जायसवाल से सीखो. उसने 25 गेंदों पर अर्धशतक जड़ा. यदि आप ऐसा नहीं कर सकते, तो यहां आकर आईपीएल में मत खेलो. सहवाग ने वॉर्नर को अंग्रेजी में ये सब बात कही. वीरू का कहना है कि इससे वॉर्नर सुनेंगे तो उन्हें दुख पहुंचेगा.
सहवाग ने वॉर्नर के रवैये पर उठाए सवाल
सहवाग ने वॉर्नर के फैसले पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा है कि दिल्ली कैपिटल्स ने शुरुआती मैचों में बड़े हिटर्स को नहीं खिलाया. जो मैच का रिजल्ट अपनी ओर मोडऩे का माद्दा रखते हैं. सहवाग ने कहा, इससे तो अच्छा होता कि वॉर्नर 55-60 की जगह 30 रन बनाकर आउट हो जाते. रोवमैन पॉवेल और ईशान पोरेल जैसे खिलाडिय़ों को शुरू में मौका देना चाहिए था, जो शायद कुछ कर सकते थे. इन खिलाडिय़ों के लिए गेंद बची नहीं थी. ये बड़े बड़े शॉट लगाने वाले खिलाड़ी हैं.
सहवाग के साथ इस पैनल का हिस्सा रोहन गावस्कर भी थे. गावस्कर ने भी सहवाग के बयान पर सहमति जताई. उन्होंने कहा कि यदि वॉर्नर टीम का कप्तान नहीं होते तो वह रिटायर्ट हर्ट होते. यदि यह कोई युवा भारतीय खिलाड़ी होता तो उसके लिए टूर्नामेंट खत्म हो जाता