समादरणीय आत्म बंधुओं ! मध्य पूर्व एशिया में धधकती युद्ध की ज्वाला में आज आश्चर्यजनक रूप से-सांप और नेवले” में मित्रता हो चुकी है ! जब -“शिया” बहुल तथाकथित आतंकवादी देश में रहते थोडे से शिया मुस्लिमों की मस्जिद पर आत्मघाती हमले होते थे तब तो सुन्नी बहुसंख्यक पाकिस्तान,इंडोनेशिया, तुर्किए में जलसे होते थे ! किन्तु फिलिस्तीनी गाजा पट्टी और वेस्टबैंक में शफी मजहब के एक हिस्से जो कि सुन्नी मुस्लिम हैं ! अर्थात शिया देश ईरान इनका जन्मजात शत्रु है किन्तु आज सभी शिया और सुन्नी एक आतंकवाद के नेजे के नीचे आकर यमन,अजरबैजान,कतर,यरूशलेम,सीरि
मित्रों ! ये अत्यंत ही दुर्भाग्यपूर्ण और भयावह है कि तीन चार फूट की दो इंच से मोटी कैसी भी लोहे की पाइप में-“आरडीएक्स,
लोहे और कांच के टुकड़े,बारूद भरकर इन लोगों ने चलते फिरते खतरनाक मिसाइलें बना कर लान्च करना सीख लिया है ! कांच की बोतल में पेट्रोल कांच और लोहे की कीलें डालकर ये उनका प्रयोग हथगोले के रूप में करते हैं ! मैं समझता हूँ कि भारत सरकार को भी सचेत रहने की आवश्यकता है ! मणिपुर इसकी बिल्कुल ताजी मिसाल है। हमारी सरकार को भी सावधानीपूर्वक भारत के सभी संदेहास्पद क्षेत्रों में सभी मन्दिर, हिन्दुवादी संगठनों, संदिग्ध धार्मिक व्यक्ति,संस्था,मुल्ला,मौलवी, मस्जिद, दरगाह,मदरसों और चर्चों में सादी वर्दीधारी सुरक्षा कर्मियों और उस संस्था के प्रतिनिधियों के साथ गंभीरता एवं सघनता पूर्वक जांच करनी चाहिए ! उनके सभी बन्द कमरों,दिवारों और जमीन के तहखानों का निरिक्षण,वहां रहने वाले लोगों की पहचान एवं उनके नाना उपकरणों के साथ-साथ हथियारों और बिना कारण इकट्ठी की हुयी ईंटें,पाइप,कैमिकल, लिक्विड फर्टिलाइजर, आवश्यकता से अधिक गैस सिलेंडर जैसी चीजों को बिलकुल ही जब्त कर लेना चाहिए । अन्यथा इतना विलम्ब हो जायेगा कि ये पिशाच रक्तबीज की तरह दिल्ली,काशी,अयोध्या,सिल्चर की सडकों पर हस्त निर्मित हथियारों को लेकर जेहाद के नाम पर सामूहिक नरसंहार करेंगे।
मैं भलीभांति समझता हूँ कि आज भारत में चुनाव की बयार चल रही है ! सभी दल अपनी -“दल-दल” की राजनीति में हिन्दुओं को डूबाना चाहते हैं और मुस्लिमों को ऊंचे ऊंचे झाडों पर बिठाना चाहते हैं ! धर्मभीरु हिन्दू का वोट राममन्दिर के लिये मिलेगा ! और मुस्लिमों का वोट आज हमास के लिये आँसू बहा कर मिलेगा ! किन्तु सामान्य हिन्दुस्थानी की चिंता किस को है ?
मित्रों ! महाभारत का युद्ध हुआ था ! हजारों हजार युद्ध हुवे थे ! प्रथम और द्वितीय विश्वयुद्ध भी हुवे थे ! करोड़ों-अरबों सैनिक और आततायी मारे गये थे ! उनकी कहानियों से इतिहास भरे पडे हैं ! किन्तु दुर्भाग्य है कि उन ऐतिहासिक पुस्तकों में उस सामान्य जनता का कोई विशेष उल्लेख नहीं है जो उन युद्धों में बिना किसी अपराध के मारी गयी,बन्धक बनायी गयी,मंडियों में बेच दी गयी अथवा बलात्कार से जबरन मुस्लिम बना दी गयी।
मित्रों ! समूचे विश्व में भारत एकमात्र ऐसा भ्रमित देश है जो हिन्दुस्थान होते हुवे भी इंडिया बन चुका ! सदियों से बन चुका !
यहाँ हरएक मुस्लिम ! छोटे बच्चों से लेकर अस्सी साल के बूढे तक बडे ही गुमान के साथ सर पर तक्की पहनकर निकलते हैं,किन्तु हिन्दू को जनेऊ पहनने,रुद्राक्ष की माला पहनने अथवा तिलक लगाकर घर से निकलने पर शर्म आती है ! कम से कम फजर और मगरिब की नमाज पचास प्रतिशत मुस्लिम अता करते हैं ! उनकी महिलायें घर पर अता करतीं हैं किन्तु हम हिन्दुओं ने मन्दिर में जाने न जाने की जिम्मेदारी अपनी महिलाओ को सौंप दी ! ये कडवी सच्चाई है कि कोई भी नौकरी करने वाला मुस्लिम भले ही असर और इशा की नमाज कभी भी न पढता हो किन्तु अपने कार्यस्थल पर,ऑफिस,एयरपोर्ट अथवा कि रेलवे में यात्रा के समय भी सार्वजनिक स्थल पर इकट्ठा होकर दोपहर की-“जोहर” की नमाज पूरी शान औ शौकत से अता फरमाते हैं ! किसी की परवाह नहीं करते ! और हमलोगों को धार्मिक स्थानों पर होती किसी धर्म सभा में जाने पर शर्म आती है ! संघ की शाखाओं में जाने से अपने बच्चों को हम रोकते हैं ।
मित्रों ! सन् 1948 में मुस्लिम छे प्रतिशत थे और उन्होंने पाकिस्तान बना लिया ? अंबेडकर की गलत नीतियों के कारण
2011 तक वे पन्द्रह प्रतिशत हो गये ! बीजेपी के झुनझुने वाली राजनीति से सन् 1921 तक आज भारत में गैर हिन्दूओं की संख्या लगभग बत्तीस प्रतिशत है ! लगभग सत्ताइस प्रतिशत मुस्लिम हैं ! कबतक और बसंत पंचमी,होली,एकादशी,शिवरात्रि,रा





















