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साध्वी उमा भारती – संपूर्ण जीवन परिचय
(Uma Bharti – Full Biography)
1. जन्म, बचपन और प्रारंभिक जीवन
- जन्म: 3 मई 1959
- जन्मस्थान: टिकामगढ़ जिला, मध्य प्रदेश
- पिता: कृष्णलाल भारती
- परिवार: साधारण किसान परिवार
- बचपन से ही धार्मिक प्रवृत्ति, रामायण-महाभारत सुनने का विशेष शौक।
- मात्र 6 वर्ष की उम्र में उन्होंने भागवत कथा और रामकथा कहना शुरू कर दिया था, जिससे उन्हें ‘कथावाचक बाल साध्वी’ के रूप में पहचान मिली।
2. आध्यात्मिक जीवन की शुरुआत
- युवावस्था में उन्होंने कई प्रसिद्ध संतों और अखाड़ों के संपर्क में आध्यात्मिक जीवन अपनाया।
- भगवा परिधान और संन्यास की प्रेरणा इन्हीं दिनों पनपी।
- 1970 के दशक तक वे मध्य भारत में एक लोकप्रिय महिला धार्मिक वक्ता बन चुकी थीं।
3. राजनीति में प्रवेश (RSS – BJP)
- 1977 में RSS (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) से संपर्क के बाद सामाजिक कार्यों में सक्रिय हुईं।
- 1984 में BJP (भारतीय जनता पार्टी) में शामिल हुईं।
- उनकी वाणी, तेजस्विता और आक्रामक ओजस्वी शैली ने उन्हें हिंदुत्व का उभरता चेहरा बना दिया।
4. राम जन्मभूमि आंदोलन और राष्ट्रीय पहचान
उमा भारती की राष्ट्रीय राजनीति में सबसे बड़ी पहचान राम मंदिर आंदोलन से बनी।
- 1989–1992: वे राम जन्मभूमि आन्दोलन का प्रमुख चेहरा रहीं।
- 6 दिसंबर 1992: बाबरी मस्जिद ढहाने की घटना के दौरान वे नेताओं की प्रथम पंक्ति में थीं।
- यही उनकी छवि को ‘फायरब्रांड हिंदुत्व नेता’ के रूप में स्थापित करता है।
- उन पर कई कानूनी मामले भी चले, जिनमें बाद में उन्हें राहत मिलती रही।
5. लोकसभा चुनाव और मंत्री पद
उमा भारती लगातार कई बार लोकसभा के लिए चुनी गईं:
- 1989 – खजुराहो
- 1991 – खजुराहो
- 1996 – खजुराहो
- 1998 – भोपाल
- 1999 – भोपाल
केंद्रीय मंत्री के रूप में प्रमुख विभाग:
- मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री
- पर्यटन मंत्री
- यूथ अफेयर्स और स्पोर्ट्स मंत्री
उन्हें केंद्र में “तेज-तर्रार और निर्णयवादी मंत्री” के रूप में जाना गया।
6. मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री (2003)
- 2003 के विधानसभा चुनाव में उमा भारती ने मध्य प्रदेश में BJP को ऐतिहासिक जीत दिलाई।
- 2003–2004: वे मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री रहीं।
- CM रहते हुए उन्होंने शिक्षा, पानी, कानून-व्यवस्था और सड़क निर्माण पर कार्य किया।
मुख्यमंत्री पद छोड़ना
- 2004 में हूबली-ईदगाह मामले से जुड़े विवाद के कारण उन्हें पद छोड़ना पड़ा।
7. BJP से अलगाव और वापसी
BJP से अलगाव (2004–2005)
- पार्टी नेतृत्व से मतभेद बढ़े।
- 2005 में उन्होंने भारतीय जनशक्ति पार्टी (BJS) बनाई।
- लेकिन यह पार्टी प्रभाव नहीं बना सकी।
2011 में BJP में वापसी
- RSS के प्रयासों से उमा भारती फिर भाजपा में लौटीं।
- उन्हें उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी दी गई (खासकर बुंदेलखंड में)।
8. 2014 चुनाव और मंत्री पद
- 2014 लोकसभा चुनाव: झांसी से सांसद चुनी गईं।
- मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री:
- जल संसाधन
- गंगा पुनर्जागरण मंत्रालय
- गंगा सफाई मिशन में उन्हें महत्वपूर्ण भूमिका दी गई।
9. 2019 के बाद सक्रियता
- उमा भारती ने 2019 में स्वयं चुनाव नहीं लड़ा।
- वे सामाजिक मुद्दों, गाय संरक्षण, शराब विरोधी अभियान और गंगा संरक्षण पर सक्रिय हैं।
- 2022 में उन्होंने “30 साल संन्यास पूर्ण” होने पर ‘दीदी-मां’ संबोधन अपनाने की घोषणा की।
10. व्यक्तिगत जीवन, विवाह और प्रेम-प्रसंग
- उमा भारती ने विवाह नहीं किया।
- वे संन्यास के मार्ग पर हैं और स्वयं को “वैचारिक रूप से परिवार से मुक्त” बताती हैं।
- उनके जीवन में सबसे चर्चित नाम के. एन. गोविंदाचार्य का है (BJP विचारक), जिनके साथ भावनात्मक जुड़ाव और विवाह संभावना की चर्चा वर्षों तक राजनीति में रही।
- दोनों ने विभिन्न समय पर स्वीकार किया कि उनमें आपसी भावनाएँ थीं — परन्तु विवाह नहीं हुआ, और उमा ने संन्यास मार्ग चुन लिया।
11. पुरस्कार और विशेषताएँ
- प्रभावशाली वक्तृत्व-कला
- हिंदुत्व विचारधारा की प्रमुख महिला नेता
- राम मंदिर आंदोलन में अग्रणी भूमिका
- गंगा स्वच्छता एवं सामाजिक अभियानों में सक्रियता
- देश की चुनिंदा महिला मुख्यमंत्रियों में से एक
12. वर्तमान (2024–2025)
- सक्रिय राजनीति से कुछ दूरी पर, पर मुद्दों पर मुखर।
- सरकार और BJP के कार्यक्रमों में मार्गदर्शक भूमिका।
- गंगा अभियान, शराबबंदी, महिला-सशक्तिकरण और गौ-सेवा पर लगातार अभियान चलाती हैं।
उमा भारती: व्यक्तित्व का सार
- मजबूत इच्छाशक्ति
- आक्रामक हिंदुत्व की प्रतीक
- धार्मिक, आध्यात्मिक और राजनीतिक तीनों पहचानें
- सरल जीवन, सादा वेशभूषा
- वक्तृत्व और जनसंपर्क में असाधारण क्षमता
उन्हें भारतीय राजनीति की सबसे करिश्माई महिला नेताओं में से एक माना जाता है।





















