गंगटोक. सिक्किम में इस वक्त तबाही मची हुई है. मंगलवार देर रात यहां ल्होनक झील के ऊपर अचानक अचानक बादल फट गया था, जिसके कारण तीस्ता नदी में भीषण बाढ़ आ गई. इस बाढ़ में अब तक 14 लोगों की मौत हो गई है. वहीं, 23 जवानों समेत 102 से लोग लापता हैं जबकि 26 के घायल होने की खबर है. हालांकि, लापता 23 में एक जवान को बचा लिया गया है. वहीं, अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी है. एनडीआरएफ की टीम तैनात है. बाढ़ की वजह से नेशनल हाईवे 10 भी बह गया. तीस्ता नदी का जलस्तर 15 से 20 फीट बढ़ गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग से बात की. पीएम ने सीएम से हालात की जानकारी ली. उन्होंने राज्य को हर संभव मदद का भरोसा दिया है. बता दें कि सिक्किम में आज भी भारी बारिश का अलर्ट है. मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक, सिक्किम में अगले 48 घंटे भारी बारिश हो सकती है.
राज्य की राजधानी गंगटोक से 30 किमी दूर सिंगताम में एक स्टील पुल, जिसे इंद्रेनी पुल के नाम से जाना जाता है, बुधवार तड़के उफनती तीस्ता नदी में पूरी तरह से बह गया. अब मरने वालों का आंकड़ा पहले से बढ़ गया है. अब तक10 लोगों की मौत की खबर थी लेकिन यह संख्या बढ़कर अब 14 हो गई है. बादल फटने से आई बाढ़ की वजह से गंगटोक में 3 लोगों की मौत हो गई है और 22 लोग लापता और 5 लोग घायल हैं. मंगन में 4 लोगों की जान गई है और 16 लोगों का कुछ भी अता-पता नहीं है. पाक्योंग में 7 लोगों की मौत हुई है और 59 लोग और 23 आर्मी के जवान लापता हुए हैं और 21 लोग घायल हुए हैं. नामची में बाढ़ के हालात के बाद अपनों को तलाश रहे लोगों की मदद के लिए आर्मी की तरफ से हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है.जिसपर आप संपर्क करके जानकारी हासिल कर सकते हैं. ईस्ट सिक्किम आर्मी से 8756991895, नॉर्थ सिक्किम आर्मी से 8750887741 इन नंबरों पर संपर्क किया जा सकता है. वहीं लापता जवानों के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए 7588302011 नंबर आर्मी की तरफ से जारी किया जा सकता है.
ल्होनक झील पर बादल फटने के बाद आई तबाही- बता दें कि मंगलवार रात को उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील पर अचानक बादल फट गया था, जिसकी वजह से तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई. तीस्ता बाढ़ आने की वजह से ल्होनक झील का करीब 65 प्रतिशत हिस्सा बह गया है. नदी किनारे बना आर्मी कैंप भी बाढ़ की चपेट में आ गया, जिसकी वजह से सेना के जवान भी पानी में बह गए. यहां पर खड़ी करीब 41 गाड़ियां भी जलमग्न हो गईं. शुरुआती रिपोर्ट में बाढ़ की वजह से 10 लोगों की मौत की जानकारी सामने आई थी, जिनमें सेना के कई जवान भी शामिल थे. लेकिन अब मौतों का आंकड़ा बढ़कर 14 हो गया है.