रानू दत्त शिलचर, २१ अक्टूबर: नेताजी सुभाष चंद्र बोस अखंड भारत के एकमात्र प्रधानमंत्री थे। २१ अक्टूबर १९४३ को आज़ाद हिन्द सरकार की स्थापना के साथ ही ब्रिटिश साम्राज्यवादी शक्तियों की हार शुरू हो गई। और उसी वर्ष, प्रधान मंत्री सुभाष चंद्र बोस ने ३० दिसंबर को पोर्ट ब्लोअर पर अविभाजित भारत का राष्ट्रीय ध्वज फहराया और प्रधान मंत्री के नेतृत्व में आज़ाद हिंद सरकार की रूपरेखा तैयार की सुभाष चंद्र बोस और जिस तरह से एक मजबूत कैबिनेट का गठन किया गया, वह अभूतपूर्व था। एक बहुविभाजित और संकटग्रस्त देश में सही परिवर्तन अखंड भारत के प्रधानमन्त्री नेताजी के दिखाये रास्ते पर ही हो सकता है, यह बात देश के राजनीतिक लोगों को विशेष रूप से समझनी चाहिए बराक नागरिक संसद की पहल पर सोमवार को शिलचर प्रेस क्लब में चर्चा का विषय था, ‘अखंड भारत के प्रथम प्रधानमंत्री नेताजी आज भी देश निर्माण में ऊर्जावान हैं।’ कहा जाता है कि सभी को इस दिन को विशेष महत्व देना चाहिए. इस चर्चा की अध्यक्षता प्रेस क्लब के उपाध्यक्ष रितेन भट्टाचार्य ने की, कवि-लेखक अतीन दास, नागरिक संसद के महासचिव शंकर दे, अक्सा के सलाहकार रूपम नंदी पुरकायस्थ, पत्रकार-साहित्यकार हिमाशीष भट्टाचार्य व लेखक – सामाजिक कार्यकर्ता देबलीना रॉय और अन्य ने अपने विचार व्यक्त किए।
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- Admin
- October 22, 2024
- 2:29 pm
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शिलचर प्रेस क्लब में बराक नागरिक संसद ने आजाद हिंद सरकार का ८२ वां स्थापना दिवस मनाया
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