प्रेरणा प्रतिवेदन शिलचर, 1 मार्च: सिलचर की स्वास्थ्य सेवाओं में एक नया अध्याय जोड़ते हुए, विधायक दीपायन चक्रवर्ती ने शनिवार को एस.एम. देव सिविल अस्पताल में उन्नत रक्त घटक पृथक्करण इकाई का उद्घाटन किया। इस आधुनिक सुविधा के शुभारंभ के अवसर पर कछार जिला आयुक्त मृदुल यादव भी उपस्थित रहे। इस पहल को रक्त आधान सेवाओं में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन के रूप में देखा जा रहा है, जिससे दान किए गए रक्त का इष्टतम उपयोग सुनिश्चित होगा और मरीजों की देखभाल में गुणात्मक सुधार आएगा।
समारोह में उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
इस महत्वपूर्ण अवसर पर अतिरिक्त जिला आयुक्त (स्वास्थ्य) डॉ. खालिदा सुल्ताना, शाखा अधिकारी (स्वास्थ्य) एवं सहायक आयुक्त जुनाली देवी, स्वास्थ्य सेवाओं के संयुक्त निदेशक डॉ. शिबानंद रॉय, अस्पताल अधीक्षक डॉ. अरूप कुमार पटोआ, तथा रक्त केंद्र प्रभारी डॉ. अर्पिता देब सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। इन सभी का इस सुविधा को साकार करने में अहम योगदान रहा।
स्वास्थ्य सेवाओं में नया युग
विधायक दीपायन चक्रवर्ती ने अपने संबोधन में अस्पताल प्रशासन और स्वास्थ्य अधिकारियों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह उन्नत इकाई असम सरकार की जन-स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने की प्रतिबद्धता का एक और प्रमाण है। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व में राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं में हो रहे अभूतपूर्व सुधारों पर भी प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा,
“आज हम स्वास्थ्य सेवाओं के एक नए युग की शुरुआत देख रहे हैं, जहाँ रक्त घटकों की अनुपलब्धता के कारण किसी भी मरीज को तकलीफ नहीं झेलनी पड़ेगी। यह इकाई सुनिश्चित करेगी कि दान किए गए रक्त का प्रत्येक अंश पूरी तरह से उपयोग में आए और अधिक से अधिक लोगों की जान बच सके।”
लक्षित उपचार से रोगियों को लाभ
इस नई इकाई की शुरुआत के साथ, अब मरीजों को पूरे रक्त (Whole Blood) के बजाय लक्षित रक्त घटकों की सुविधा मिलेगी, जो चिकित्सा दृष्टि से अधिक प्रभावी और सुरक्षित होगा। अब अस्पताल में पैक्ड रेड ब्लड सेल्स (PRBC), फ्रेश फ्रोजन प्लाज्मा (FFP), प्लेटलेट्स (PLC) और क्रायोप्रेसिपिटेट जैसी उन्नत रक्त उत्पादों की उपलब्धता होगी, जिससे खासतौर पर गंभीर एनीमिया, आघात, कैंसर, यकृत रोग और रक्तस्राव विकारों से जूझ रहे मरीजों को बड़ा फायदा मिलेगा।
कछार जिला आयुक्त मृदुल यादव ने इस अवसर पर स्वैच्छिक रक्तदान के महत्व पर बल देते हुए कहा,
“अब, रक्त घटकों को अलग-अलग संचित और उपयोग किया जा सकता है, जिससे मरीजों को अधिक उपयुक्त और प्रभावी उपचार मिल सकेगा। मैं नागरिकों से आग्रह करता हूँ कि वे स्वैच्छिक रक्तदान के इस महत्त्वपूर्ण अभियान में बढ़-चढ़कर भाग लें, ताकि जरूरतमंद मरीजों के लिए रक्त की निरंतर आपूर्ति बनी रहे।”
स्वास्थ्य क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धि
इस उद्घाटन समारोह का एक अन्य मुख्य आकर्षण एस.एम. देव सिविल अस्पताल को एनएबीएच (NABH) मान्यता प्राप्त होना था, जो कि अंतरराष्ट्रीय स्तर की स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है।
इसके अलावा, इस नई इकाई में सख्त भंडारण प्रोटोकॉल अपनाए जा रहे हैं, जिससे रक्त घटकों की प्रभावशीलता लंबे समय तक बनी रहेगी:
- PRBC (पैक्ड रेड ब्लड सेल्स): 2-8°C पर 45 दिन तक संग्रहीत किया जा सकता है।
- PLC (प्लेटलेट्स): 22-24°C पर 5 दिन तक संरक्षित किया जा सकता है।
- FFP और क्रायोप्रेसिपिटेट: -40°C से -80°C के बीच तापमान पर 1 वर्ष तक सुरक्षित रखा जा सकता है।
भविष्य की ओर एक मजबूत कदम
सिलचर में यह अत्याधुनिक रक्त घटक पृथक्करण इकाई सरकार के व्यापक स्वास्थ्य सुधार मिशन का हिस्सा है, जो राज्यभर में बेहतर चिकित्सा सेवाएँ उपलब्ध कराने की दिशा में एक ठोस कदम है। यह पहल सरकार के निरंतर समर्थन, समर्पित स्वास्थ्य पेशेवरों और मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा के दृढ़ संकल्प के कारण संभव हुई है।
इस अभूतपूर्व विकास के साथ, सिलचर की स्वास्थ्य सेवाएँ अब अधिक उन्नत, प्रभावी और मरीज-केंद्रित होंगी, जिससे इस क्षेत्र के नागरिकों को बेहतर और त्वरित चिकित्सा सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा।





















