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सीमा सुरक्षा बल मिजोरम ओर कछार फ्रंटियर ने 59 वां स्थापना दिवस मनाया

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सीमा सुरक्षा बल, भारत की रक्षा की पहली पंक्ति, 193 बटालियनों और 04 एनडीआरएफ बटालियनों सहित दुनिया का सबसे बडा सीमा सुरक्षा बल है बीएसएफ पश्चिमी क्षेत्र में पाकिस्तान सीमा और पूर्वी क्षेत्र में बांग्लादेश के साथ अंतर्राष्ट्रीय सीमा की रक्षा कर रहा है। सीमा सुरक्षा बल की स्थापना 1 दिसंबर 1965 को, भारत-पाक युद्ध के तुरंत बाद की गई थी जब आवश्यकता महसूस की गई कि भारतीय सीमाओं की रक्षा के लिए एक विशेष और विशिष्ट बल होना चाहिए और शुरुआत में श्री के एफ रुस्तमजी, आईपी, पद्म विभूषण के कुशल नेतृत्व और मार्गदर्शन में 25 बटालियनों के साथ इसकी स्थापना की गई थी। जिसमें मुख्य रूप से सीमावर्ती राज्यों के सशस्त्र पुलिस कर्मी शामिल थे। बीएसएफ पश्चिमी सीमा पर मजबूती से खडा, है जहां पाकिस्तान द्वारा हस्तक्षेप, गोलीबारी, बमबारी, घुसपैठ प्रतिदिन का क्रम बन गया है। बीएसएफ न केवल संख्या में बढा है बल्कि अपने स्वयं के तोपखाने और वायु एवं जलशक्ति के साथ एक अद्वितीय बल भी बन गया है। सीमा सुरक्षा के अपने मुख्य कार्य के अलावा सीमा सुरक्षा बल को आंतरिक सुरक्षा कर्तव्यों, उग्रवाद विरोधी और नक्सल विरोधी अभियानों, चुनाव कर्तव्यों के दौरान तैनाती और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान मदद के लिए हाथ बढाने के लिए भी तैनात किया जाता है।
मिजोरम और कछार फ्रंटियर जिसका मुख्यालय मासीमपुर, सिलचर में है, बीएसएफ का एक अनोखा फ्रंटियर है क्योंकि यह बराक घाटी में दक्षिण असम की सीमाओं और बांग्लादेश के साथ पूरे मिजोरम की 475 किलोमीटर की सीमा की रक्षा करता है। इसके अलावा, बीएसएफ बटालियन मणिपुर और नागालैंड में भी उग्रवाद विरोधी भूमिका के साथ महत्वपूर्ण क्षेत्रों और स्थानों की सुरक्षा में भी तैनात हैं।श्री अखिलेश्वर सिंह, महानिरीक्षक, मिजोरम और कछार फ्रंटियर, सीमा सुरक्षा बल, की कमान के तहत, अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा बीएसएफ द्वारा प्रभावी ढंग से की जा रही है और सीमावर्ती क्षेत्र में मादक पदार्थों की तस्करी और मवेशी तस्करी सहित सभी प्रकार के सीमा अपराधों को कम करने और सीमावर्ती आबादी के बीच सुरक्षा की भावना पैदा करना के लिए बीएसएफ द्वारा हर संभव प्रयास किए जाते हैं।
 मिजोरम और कछार फ्रंटियर बीएसएफ ने 01 दिसंबर 2022 से  अबतक कई बडे ऑपरेशन किए और सीमा क्षेत्र के साथ आंतरिक इलाकों में भी विभिन्न प्रतिबंधित वस्तुओं को जब्त किया, जिसमें 02 हथियार, 263 राउडं, 383 मवेशी, 15,670 याबा टैबलेट, 3.153 किलोग्राम हेरोइन, 649.34 किलोग्राम गांजा, आईएमएफएल की 1909 बोतलें, फेंसेडिल की 50 बोतलें, 710 ग्राम क्रिस्टल मेथमफेटामाइन और 115.94 किलोग्राम स्यूडोएफेड्रिन, जिनकी कुल कीमत रु 2,17,71,91,218 (दो सौ सत्रह करोड इकहत्तर लाख इक्यानवे हजार और दो सौ अठारह रुपये) और 81 भारतीय नागरिकों, 13 बांग्लादेशी नागरिकों और 01 म्यांमार नागरिक को पकडा गया जो सीमा अपराधों में शामिल पाए गए थे।
 इसके अलावा, बीएसएफ ने कई सिविक एक्शन कार्यक्रम भी चलाए, जिनमें चिकित्सा शिविर, नशीली दवाओं के दुरुपयोग जागरूकता शिविर, सीमावर्ती गांवों के युवाओं को भर्ती पूर्व प्रशिक्षण, स्वच्छता अभियान, सीमावर्ती क्षेत्रों में अमृत कलश यात्रा, योग जागरूकता और हथियार प्रदर्शनियाँ.कार्यक्रम शामिल हैं। बीएसएफ 59वें स्थापना दिवस के अवसर पर, फ्रंटियर मुख्यालय मासीमपुर में सांस्कृतिक कार्यक्रम और खेल गतिविधियों के साथ एक बडाखाना का आयोजन किया गया। जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों, गणमान्य व्यक्तियों और पूर्व बीएसएफ कर्मियों को उनके परिवारों के साथ आमंत्रित किया गया। श्री अखिलेश्वर सिंह, महानिरीक्षक बीएसएफ ने सभी को शुभकामनाएं दीं और इस अवसर पर पूर्व बीएसएफ कर्मियों और परिवारों को सम्मानित किया गया।

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