सोनाई, 15 अक्टूबर। मंगलवार को सोनाई विधान परिषद की ओर से विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से असम गण परिषद (एजीपी) का 41वां स्थापना दिवस सोनाई क्लब में उत्साहपूर्वक मनाया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत पार्टी का झंडा फहराकर की गई, जिसे एजीपी अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की सामान्य संपादिका आयेशा सुल्ताना लश्कर ने फहराया। इस अवसर पर कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता भी उपस्थित थे। इसके बाद शहीद वेदी पर पुष्प अर्पित कर दिवंगत नेता-कर्मचारियों को श्रद्धांजलि दी गई, साथ ही हाल ही में दिवंगत हुए लोकप्रिय गायक जुबिन गर्ग को भी भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
इसके पश्चात अतिथियों का स्वागत किया गया और पार्टी के गठन से लेकर वर्तमान तक के सफर पर विस्तृत चर्चा हुई। वक्ताओं ने अपने संबोधन में कांग्रेस और एआईयूडीএফ की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि “आगामी 2026 के विधानसभा चुनाव में सोनाई सीट से एजीपी का विधायक चुना जाना चाहिए।”
कार्यक्रम की अध्यक्षता एजीपी सोनाई परिषद के उपाध्यक्ष नाज़िर हुसैन बड़भुईया ने की तथा संचालन सचिव जमील अहमद बड़भुईया ने किया। मुख्य वक्ता के रूप में पूर्व एपी सदस्य और हाल ही में कांग्रेस छोड़कर एजीपी में शामिल हुए अख्तर हुसैन लश्कर उपस्थित थे।
आयोजन की अगुवाई कर रहीं आयेशा सुल्ताना लश्कर ने बताया कि, “आज पूरे राज्य में 41वां स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया जाना था, विशेष रूप से गुवाहाटी के खानापारा में मुख्य कार्यक्रम आयोजित होने वाला था। लेकिन प्रिय गायक जुबिन गर्ग के असामयिक निधन के कारण राज्यव्यापी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए और इसे जिला स्तर पर सीमित रूप में मनाया जा रहा है।”
उन्होंने आगे कहा, “एजीपी का गठन ‘जाति, माटी और बेटी’ की रक्षा के संकल्प के साथ हुआ था। धर्मनिरपेक्षता की भावना बनाए रखते हुए जनता के हित में काम करना ही पार्टी का मूल उद्देश्य है। मैं गर्व महसूस करती हूं कि मैं इस पार्टी की सदस्य हूं।”
कार्यक्रम की शुरुआत में जुबिन गर्ग तथा पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की याद में दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।





















