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प्रे.स. शिलचर, 13 जनवरी: मनियारखाल के अग्रणी स्वैच्छिक संगठन ‘बाणीशक्ति क्लब’ ने 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की 163वीं जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 9 बजे क्लब परिसर में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर की गई। उद्घाटन समारोह का नेतृत्व बाणीशक्ति क्लब के संयोजक और पूर्व जीपी अध्यक्ष परेश तांती ने किया।
स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि अर्पित कर अतिथियों और क्लब के सदस्यों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर क्लब के सदस्यों और स्कूली विद्यार्थियों ने एक भव्य शोभायात्रा निकाली। शोभायात्रा के पश्चात, क्लब के सलाहकार समरेश चौधरी की अध्यक्षता में एक सभा का आयोजन किया गया, जिसमें स्वामी विवेकानंद के जीवन और दर्शन पर वक्तव्य प्रस्तुत किए गए।
सभा को संबोधित करते हुए परेश तांती ने कहा, “देशभर में स्वामी विवेकानंद की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत सरकार ने 1984 में स्वामीजी की जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस घोषित किया था और 1985 से इसे पूरे देश में मनाया जा रहा है। स्वामीजी ने अपने संदेशों में कहा था, ‘जीव सेवा ही ईश्वर सेवा है।’ उनके आदर्शों का अनुसरण करते हुए हमें समाज सेवा में युवाओं को प्रेरित करना चाहिए।”
कार्यक्रम में विशेष वक्ता और शिक्षाविद् संजय ओझा ने अपने संबोधन में कहा, “स्वामी विवेकानंद ने 1893 में शिकागो धर्म महासभा में भारत और हिंदुत्व का प्रतिनिधित्व करते हुए विश्व को हिंदू धर्म के महान आदर्शों से परिचित कराया। उन्होंने रामकृष्ण मिशन की स्थापना कर सेवा कार्यों का मार्ग प्रशस्त किया।”
संक्षिप्त वक्तव्य शिलूरानी राय और समरेश चौधरी ने भी प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में क्लब के उपाध्यक्ष शिवम राय, सचिव सुकेश तांती, सहायक सचिव तपन चासा, श्यामलाल रबिदास, अन्य सदस्य और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।
बाणीशक्ति क्लब ने इस आयोजन के माध्यम से युवाओं को स्वामी विवेकानंद के आदर्शों पर चलने और समाज सेवा में भागीदारी बढ़ाने का संदेश दिया।




















