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हाइलाकांदी ११अगस्त: हाइलाकांदी जिले के कालाछोरा एनटी मॉडल हाई स्कूल की स्थिति दिन-ब-दिन बदतर होती जा रही है। १२०० छात्रों वाला यह स्कूल इन दिनों दो गंभीर समस्याओं से जूझ रहा है: पेयजल की कमी और शिक्षकों की कमी। एक ओर शुद्ध पेयजल की कमी और दूसरी ओर शिक्षकों की कमी, दोनों ही शैक्षणिक माहौल और छात्रों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुँचा रही हैं।
स्कूल सूत्रों के अनुसार, यहाँ पेयजल की कोई स्थायी व्यवस्था नहीं है। हर दिन स्कूल के शिक्षकों और अधिकारियों को अपनी जेब से पैसे खर्च करके बाहर से पीने का पानी खरीदना पड़ता है। स्कूल के प्रधानाचार्य ने बताया कि जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग को कई बार लिखित में समस्या से अवगत कराने के बावजूद अभी तक कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई है। परिणामस्वरूप, इस समस्या का समाधान न होने से छात्रों और शिक्षकों में रोष और निराशा बढ़ रही है।
पेयजल की कमी से न केवल छात्रों की प्यास बुझाना मुश्किल हो रहा है, बल्कि मध्याह्न भोजन योजना भी बाधित हो रही है। इसके अलावा, शिक्षकों की कमी का भी गंभीर असर पड़ रहा है। स्कूल में वर्तमान में केवल पाँच शिक्षक हैं, जिन पर १२०० छात्रों को पढ़ाने की ज़िम्मेदारी है। स्वाभाविक रूप से, अधिकांश कक्षाओं का नियमित संचालन संभव नहीं है, जिसके परिणामस्वरूप शिक्षा की गुणवत्ता तेज़ी से गिर रही है।
स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस स्थिति को ‘अमानवीय’ बताया है। उनका आरोप है कि प्रशासन शिक्षा और स्वच्छ पेयजल जैसी दो बुनियादी ज़रूरतों को पूरा करने में पूरी तरह विफल रहा है। हालाँकि मीडिया और सामाजिक संगठनों के माध्यम से इस समस्या को कई बार उठाया गया है, लेकिन प्रशासन की ओर से आश्वासनों के अलावा कुछ नहीं मिला है।
जागरूक वर्ग को आशंका है कि अगर यही उदासीनता जारी रही, तो कलछरा एनटी मॉडल हाई स्कूल की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चरमरा जाएगी और १२०० छात्रों का भविष्य अंधकार में डूब जाएगा। अब सवाल यह है कि क्या प्रशासन आखिरकार इस स्कूल की ओर ध्यान देगा, या फिर इस विपदा को उपेक्षा के अंधकार में डुबोता रहेगा?





















