हाइलाकांदी, 6 अक्टूबर:
हाइलाकांदी जिला कांग्रेस में अंदरूनी कलह चरम पर पहुंच गई है। विशेषकर लाला ब्लॉक कांग्रेस में नेतृत्व संकट गहराने से पार्टी के अनुशासन और एकता पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। रविवार को लाला राजीव भवन में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिला और ब्लॉक कांग्रेस के कई नेताओं ने निष्कासित अध्यक्ष नूरुल हुदा चौधरी के खिलाफ खुलकर नाराजगी जताई।
जिला कांग्रेस महासचिव अब्दुल मोमिन लस्कर ने आरोप लगाया कि “एक निष्कासित नेता द्वारा उपाध्यक्ष इब्राहिम अली को हटाने का निर्णय पूरी तरह गैरकानूनी है। यह पार्टी संविधान और अनुशासन का खुला उल्लंघन है।” उन्होंने कहा कि नूरुल हुदा चौधरी द्वारा भाड़े के लोगों के साथ बैठकें कर संगठन की छवि धूमिल की जा रही है।
लाला शहर मंडल सचिव मिहुल दास ने कहा, “हम राजीव भवन के नेतृत्व में भरोसा रखते हैं। जो लोग गुटबाजी कर रहे हैं, उन्हें पार्टी से सख्त कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।” उन्होंने जिला उपाध्यक्ष मनोज मोहन देब पर भी मनमानी का आरोप लगाया कि वे संगठन को सामूहिक परामर्श के बजाय व्यक्तिगत हितों से चला रहे हैं।
लाला ब्लॉक युवा कांग्रेस अध्यक्ष जियाउर्रहमान चौधरी ने कहा, “हमारा उद्देश्य संगठन को मजबूत करना है, व्यक्ति पूजा नहीं। अब जरूरी है कि कांग्रेस अपनी परंपरा और अनुशासन की रक्षा करे।”
प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपाध्यक्ष इब्राहिम अली, संपादक सालेह अहमद बारुभुइयां, विकास नाथ, सबीकुल इस्लाम, सैम कुमार सिंह, बिमल भास्कर, असीम देव, अपू रॉय, विशाल भट्टाचार्य, राजा दास और रोहन सेन मौजूद रहे।
राजनीतिक विश्लेषण:
राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि लाला ब्लॉक में बढ़ती गुटबाजी कांग्रेस के लिए गंभीर संकेत है। अगर प्रदेश नेतृत्व ने शीघ्र हस्तक्षेप नहीं किया, तो इसका असर लाला समेत पूरे हाइलाकांदी जिले के कांग्रेसी जनाधार पर पड़ सकता है। संगठनात्मक पुनर्गठन के इस दौर में यह विवाद कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है।





















