हाइलाकांदी, 24 फरवरी 2025: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम किसान) योजना की 19वीं किस्त जारी करने के अवसर पर आईसीएआर-कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) हाइलाकांदी और कृषि विभाग, हाइलाकांदी के संयुक्त तत्वावधान में ईटीसी एसआईपीआरडी, बोआलीपार में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बिहार के भागलपुर से आयोजित किसान सम्मान समारोह का सीधा प्रसारण दिखाया गया, जिसमें बड़ी संख्या में स्थानीय किसान शामिल हुए।
प्रधानमंत्री मोदी ने जारी की 22,000 करोड़ रुपये की किस्त
कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर के 9.8 करोड़ किसानों को 22,000 करोड़ रुपये से अधिक की वित्तीय सहायता जारी की। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने किसानों की आर्थिक सशक्तिकरण में पीएम किसान योजना की भूमिका, परंपरागत कृषि विकास योजना के तहत प्राकृतिक खेती, और कृषि में स्वच्छता जैसे विषयों पर प्रकाश डाला। उन्होंने किसानों को नवाचार और आधुनिक तकनीकों को अपनाने के लिए प्रेरित किया, जिससे खेती को अधिक लाभदायक बनाया जा सके।
जागरूकता कार्यक्रम और विशेषज्ञों का मार्गदर्शन
इस विशेष आयोजन में 64 से अधिक किसानों और कृषि अधिकारियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में विभिन्न राष्ट्रीय कृषि योजनाओं और उनके प्रभाव पर चर्चा की गई, जिसमें परंपरागत कृषि विकास योजना, जैविक खेती, कृषि यंत्रीकरण, और कृषि में आधुनिक तकनीकों के उपयोग पर जानकारी दी गई।
विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में कई वरिष्ठ वैज्ञानिकों, कृषि विशेषज्ञों और प्रशासनिक अधिकारियों ने भाग लिया, जिनमें शामिल थे:
- डॉ. योगीशारध्य आर, वरिष्ठ वैज्ञानिक और प्रमुख, आईसीएआर-केवीके हाइलाकांदी
- श्री बी.बी. नरजारी, जिला कृषि अधिकारी, हाइलाकांदी
- डॉ. सौरभ शर्मा, विषय वस्तु विशेषज्ञ (पौधा संरक्षण), आईसीएआर-केवीके हाइलाकांदी
- श्री दिव्यज्योति फुकन, सहायक कृषि निदेशक
- श्री राजीबुल हक मुल्ला, कृषि विकास अधिकारी
- श्री राजन शुक्ला, विषय वस्तु विशेषज्ञ (कृषि विज्ञान)
- जियाब उद्दीन लस्कर, विधायक प्रतिनिधि, एलए6
किसानों को योजनाओं का अधिकतम लाभ उठाने का आह्वान
कार्यक्रम के दौरान कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी और उन्हें इनका अधिकतम लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया। विशेष रूप से, प्राकृतिक खेती, जल संरक्षण तकनीक, उन्नत बीज उपयोग और जैविक खेती को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया गया।
किसानों में जागरूकता और सकारात्मक प्रतिक्रिया
इस आयोजन के माध्यम से किसानों को पीएम किसान योजना की नई किस्त और अन्य कृषि योजनाओं की जानकारी सीधे प्रधानमंत्री के संबोधन के माध्यम से मिली, जिससे उनमें सकारात्मक ऊर्जा और आत्मनिर्भरता की भावना उत्पन्न हुई।
समापन
कार्यक्रम का समापन किसानों के विकास और कृषि क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों को अपनाने की प्रतिबद्धता के साथ हुआ। इस पहल से स्थानीय किसानों में सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूकता बढ़ी है और वे अधिक आत्मनिर्भर बनने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।