डिमा हसाओ (असम), हाफलोंग-सिलचर राष्ट्रीय राजमार्ग-27 पर वाहनों को चलाना अब खतरनाक हो गया है। पिछले तीन दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण हाफलोंग-सिलचर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-27 पर विभिन्न स्थानों पर भूस्खलन हुआ है। जिसके चलते राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बंद हो गया है।
मंगलवार को बारिश के कारण हरंगाजाओ और बंदरखाल में भूस्खलन होने से हाफलोंग-सिलचर राष्ट्रीय राजमार्ग-27 को बंद कर दिया गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएएचएआई) ने उस सड़क पर वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया है। बंदरखाले में राष्ट्रीय राजमार्ग ध्वस्त हो गया। पहाड़ी से मिट्टी, पानी और बड़े पेड़ भूस्खलन के कारण ढह कर सड़क पर आ गये, जिसके चलते यातायात बंद हो गया है।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने भूस्खलन को साफ करने और सड़क को चालू करने के अपने प्रयास कर रही हुए है, लेकिन बारिश के कारण कार्य में दिक्कत आ रही है। इसलिए अभी तक सड़क साफ नहीं हो पाई है। पहाड़ों से पानी-कीचड़-मिट्टी अब भी नीचे आ रहा है।
राष्ट्रीय राजमार्ग ध्वस्त होने से सड़क के दोनों ओर बड़ी संख्या में वाहन फंसे हुए हैं। गुवाहाटी, नगांव, लंका, लमडिंग, सिलचर में विभिन्न सामान से लदे वाहन राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-27 से होकर गुजरते हैं। मेघालय के सोनापुर, लुमसुम और राताछोड़ा में राष्ट्रीय राजमार्ग ध्वस्त होने से उन सड़कों पर भी यातायात बाधित हो गया है। नतीजतन, राष्ट्रीय राजमार्ग-27 पर माल लेकर पड़ोसी राज्य त्रिपुरा, मिजोरम, मणिपुर के साथ-साथ बराक घाटी जाने वाली कई लॉरियां राष्ट्रीय राजमार्ग-27 पर फंसी हैं। ऐसे में इस बात को लेकर काफी संशय बना हुआ है कि राष्ट्रीय राजमार्ग कब चालू होगा। अगर बारिश नहीं रुकी तो सड़क चालू होने की कोई संभावना नहीं है। फिलहाल ध्वस्त राजमार्ग की हालत खतरनाक स्थिति में है।