नई दिल्ली/मंडी. हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में एक बार फिर भारी बारिश का दौर शुरू हो गया है. हिमाचल प्रदेश के सोलन में बादल फटने से 7 लोगों की मौत हो गई है. वहीं उत्तराखंड में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. कुछ स्थानों पर पुल बहने की सूचना है.
शिमला के समरहिल में बड़ा भूस्खलन हुआ है. इससे जहां एक शिव मंदिर दब गया है. आसपास की इमारतों को नुकसान पहुंचा है. मलबे में कुछ लोगों के दबे होने की आशंका है. राहत तथा बचाव कार्य जारी है. अब तक 5 लोगों के मारे जाने की खबर है. 20-25 लोग दबे हो सकते हैं.
3 दिन में 20 से अधिक लोगों की मौत
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बाढ़ के कारण 20 से अधिक लोगों की मौत होने की जानकारी है. पिछले 3 दिनों से प्राकृतिक आपदा से गिरे मंडी जिला में 13 लोगों की मौत हुई. इसके बाद सोलन जिला में सात लोगों की मौत होने की सूचना है. मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार अगले 24 घंटों तक मानसून इसी प्रकार सक्रिय रहेगा.
हिमाचल प्रदेश में ब्यास नदी उफान पर है, जिससे कई जगहों पर बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने ‘येलो’ अलर्ट जारी किया, जिसमें सोमवार को राज्य में भारी बारिश की संभावना जताई गई है. राज्य सरकार ने लगातार बारिश के कारण भूस्खलन के कारण पिछले 24 घंटों में कई सड़कें अवरुद्ध होने के कारण राज्य के सभी स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने की घोषणा की है.
लगातार हो रही बारिश के बाद नंदाकिनी नदी का जलस्तर चमोली के नंदानगर क्षेत्र में खतरे के निशान को पार कर गया. नदी का पानी कई घरों में घुस गया और लोग अपना घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर शरण ले रहे हैं. चमोली पुलिस ने यह जानकारी दी है.
उत्तराखंड में भारी वर्षा की स्थिति को देखते हुए दो दिनों के लिए चारधाम यात्रा स्थगित कर दी गई है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि मौसम को देखते हुए ही यात्रा करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि भारी वर्षा के दृष्टिगत सभी अधिकारियों, एसडीआरएफ की टीमों एवं राहत व बचाव में लगे सभी दलों को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहने के लिए निर्देशित किया गया है.