प्रेरक रिपोर्ट | हैलाकांडी | 17 अप्रैल:
असम सरकार के अंतर्गत भाषाई अल्पसंख्यक विकास बोर्ड द्वारा आयोजित रवींद्र संगीत और रवींद्र नृत्य प्रतियोगिता को लेकर हैलाकांडी जिला केंद्र में तैयारियाँ अंतिम चरण में हैं। यह बहुप्रतीक्षित प्रतियोगिता 18 अप्रैल को दो केंद्रों – स्थानीय टाउन हॉल एवं इंद्रकुमारी बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय छात्रावास परिसर/महिला महाविद्यालय सभागार – में आयोजित की जाएगी।
प्रतियोगिता की रूपरेखा:
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रवींद्र नृत्य प्रतियोगिता: टाउन हॉल, विवेकानंद रोड
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रवींद्र संगीत प्रतियोगिता: सेंट्रल रोड स्थित इंद्रकुमारी विद्यालय परिसर एवं महिला महाविद्यालय सभागार
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पंजीकरण: 18 अप्रैल को प्रातः 8:00 बजे से
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उद्घाटन समारोह: प्रातः 8:45 बजे, टाउन हॉल
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प्रतियोगिता आरंभ: प्रातः 9:00 बजे से दोनों केंद्रों पर
इस आयोजन का उद्देश्य नोबेल पुरस्कार विजेता गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की सांस्कृतिक विरासत को असम के कोने-कोने तक पहुँचाना है। प्रतियोगिता का उद्देश्य विशेष रूप से ग्रामीण एवं सीमावर्ती क्षेत्रों के प्रतिभाशाली कलाकारों को एक मंच प्रदान करना है।
आयु वर्ग और समय सीमा:
प्रतियोगिता तीन आयु वर्गों में विभाजित की गई है:
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‘ए’ श्रेणी – 12 वर्ष तक
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‘बी’ श्रेणी – 17 वर्ष तक
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‘सी’ श्रेणी – 40 वर्ष तक
प्रतिभागियों को नृत्य के लिए 5 मिनट और संगीत प्रस्तुति के लिए 4 मिनट का समय निर्धारित किया गया है। पंजीकरण के समय सभी प्रतियोगियों को स्वहस्ताक्षरित जन्म प्रमाण पत्र व पता प्रमाण प्रस्तुत करना अनिवार्य है।
अब तक लगभग 300 प्रतियोगियों ने आवेदन प्रस्तुत किया है और संख्या में और वृद्धि की संभावना है। हालांकि, कई प्रतिभागियों द्वारा बिना जन्म प्रमाण पत्र के फॉर्म जमा किए गए हैं, जिन्हें जिला समिति द्वारा व्यक्तिगत रूप से सूचित किया जा रहा है।
विशेष व्यवस्थाएं:
दूरदराज़ के क्षेत्रों से आने वाले प्रतिभागियों — जैसे रामनाथपुर, घरमुरा, करीचरा, माधबपुर, कटलीचरा व मोहनपुर — को यात्रा सुविधा व प्राथमिक पंजीकरण की सुविधा दी जाएगी।
आयोजन के पीछे नेतृत्व:
इस प्रतियोगिता का सफल संचालन भाषाई अल्पसंख्यक विकास बोर्ड के अध्यक्ष और पूर्व विधायक श्री शिलादित्य देब के मार्गदर्शन में किया जा रहा है। उनकी देखरेख में बीते तीन वर्षों से यह प्रतियोगिता निरंतर आयोजित हो रही है। केंद्रीय अधिकारी मीता सेन समेत अन्य सदस्यों की सक्रिय भागीदारी से 20 केंद्रों में आयोजन की व्यवस्था सुचारु रूप से की जा रही है।
समाज से सहयोग की अपील:
हैलाकांडी जिला समिति ने इस आयोजन को सफल बनाने हेतु प्रतियोगियों, शिक्षकों, अभिभावकों व नागरिक समाज के सभी वर्गों से सक्रिय सहयोग की अपील की है।





















