हैलाकांडी, 7 मार्च | विशेष संवाददाता
पूरे असम में चल रहे विरोध प्रदर्शनों के तहत, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के कर्मचारियों ने हैलाकांडी जिले में भी तीन दिवसीय हड़ताल और धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यरत कर्मचारियों ने अपनी नियमितीकरण, समान वेतन और सरकारी सुविधाओं की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
सिविल अस्पताल परिसर में जोरदार प्रदर्शन
मंगलवार को हैलाकांडी स्थित संतोष कुमार रॉय सिविल अस्पताल के परिसर में अस्थायी स्वास्थ्य कर्मियों ने कार्य बहिष्कार कर विरोध जताया। वे हाथों में तख्तियां लिए हुए थे, जिन पर अपनी मांगों के समर्थन में नारे लिखे हुए थे।
प्रदर्शनकारी कर्मचारियों की प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं:
✔ विशेष भर्ती अभियान के तहत सभी अस्थायी कर्मचारियों का नियमितीकरण।
✔ “समान काम के लिए समान वेतन” का सिद्धांत लागू किया जाए।
✔ सरकारी कर्मचारियों के समान सभी सुविधाएं दी जाएं।
“बरसों से कर रहे हैं सेवा, फिर भी अधिकारों से वंचित” – कर्मचारियों की पीड़ा
विरोध कर रहे कर्मचारियों ने कहा कि वे कई वर्षों से अनुबंध पर कार्य कर रहे हैं, लेकिन अब तक उन्हें स्थायी कर्मचारियों का दर्जा नहीं मिला।
“हम स्वास्थ्य सेवा की रीढ़ हैं, लेकिन हमें स्थायी नौकरी और उचित वेतन तक नहीं दिया जा रहा। यह सरासर अन्याय है।” – एक प्रदर्शनकारी ने कहा।
कर्मचारियों ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि यदि उनकी मांगों को जल्द नहीं माना गया तो आने वाले दिनों में वे बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
हड़ताल में कई प्रमुख कर्मचारी हुए शामिल
धरना प्रदर्शन में डॉ. शाहनवाज मजूमदार, अनवर हुसैन, दिगंत दास, फुजैल इस्लाम मजूमदार, तीर्थ प्रसाद मालाकार, राज प्रकाश कैरी, नंदिता शर्मा, मेरी बेगम बरभुइया, बरनाली सिन्हा, पिंकी शर्मा, अंजना डे, हन्नान मोमताज बेगम, अनीसा बेगम, साहिदा बेगम सहित कई स्वास्थ्य कर्मियों ने भाग लिया।
सरकार से जल्द निर्णय की मांग
NHM कर्मचारियों ने सरकार से जल्द हस्तक्षेप कर उनकी मांगों को पूरा करने की अपील की है।
अब देखने वाली बात होगी कि राज्य सरकार कर्मचारियों की इस लंबित मांग पर क्या फैसला लेती है। यदि जल्द कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया, तो राज्य में स्वास्थ्य सेवाएं गंभीर रूप से प्रभावित हो सकती हैं।





















