हैलाकांदी, 14 अप्रैल (प्रतिनिधि प्रीतम दास):
संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती के अवसर पर आज हैलाकांदी जिला असम अनुसूचित जाति परिषद द्वारा एक प्रेरक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। परिषद के अस्थायी जिला कार्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम में बाबा साहब को नमन करते हुए उनके विचारों और संघर्षों को स्मरण किया गया।
सुबह 9 बजे परिषद के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा-सुमन अर्पित किए। इसके पश्चात 10 बजे एक विचारगोष्ठी का आयोजन हुआ, जिसकी अध्यक्षता परिषद के जिला अध्यक्ष श्री प्रभास चंद्र दास ने की।
इस अवसर पर महासचिव अधिवक्ता श्री रबीन दास ने कहा कि “बाबा साहब ने हमें जो अधिकार दिए, उन्हीं के चलते आज हमारा समाज सम्मानपूर्वक सिर ऊँचा करके जीवन जी रहा है। शिक्षा को उन्होंने सबसे बड़ा अस्त्र माना और उसी से समाज को नया रास्ता दिखाया।” उन्होंने उपस्थित युवाओं से बाबा साहब के पदचिह्नों पर चलकर शिक्षा को प्राथमिकता देने की अपील की।
परिषद के उपाध्यक्ष श्री निर्मलेंदु दास ने कहा कि “बाबा साहब का जीवन कठिनाइयों से भरा रहा, पर उन्होंने हर बाधा को शिक्षा के माध्यम से पार किया। यही कारण था कि भारत के संविधान निर्माण के समय उन्हें सर्वसम्मति से सबसे योग्य व्यक्ति माना गया।”
कार्यक्रम में राइजर दल के हैलाकांदी समष्टि अध्यक्ष श्री जार्जिस अहमद लस्कर, वरिष्ठ शिक्षक श्री आमीर उद्दीन लस्कर, श्री मल्लय दास, श्रीमती चैताली दास, श्री नारायण सूत्रधर समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।
परिषद द्वारा यह कार्यक्रम समाज को संगठित करने और बाबा साहब के विचारों को जन-जन तक पहुँचाने की दिशा में एक सराहनीय प्रयास माना जा रहा है।




















