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३ असम एनसीसी बटालियन सिलचर के 331 कैडेट्स ने ०१ से १० सितंबर २०२३ को मसीमपुर कैंट मे कड़ा “कंबाइंड एनुअल ट्रेनिंग कैंप”(CATC) पूरा किया। इसमें ०९ स्कूल के २२३ जूनियर डिवीजन (जे.डी) एवं ०६ कॉलेज के १०३ सीनियर डिवीजन (एस.डी) को ३१ उस्तादों ने प्रशिक्षण दिया।
एनसीसी यूनिट के कमान अधिकारी, करनाल अमोद चांदना ने बताया कि, “राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) का उद्देश्य हैं कि देश की वर्तमान सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य में भी अपेक्षित आवश्यकता को पूरा करना।
इस तरह के कैंप से एन. सी. सी का लक्ष्य, जो कि, युवा नागरिकों में अनुशासन, चरित्र, भाईचारा, साहस की भावना और निस्वार्थ सेवा के आदर्शों का विकास करना है”।
कैडेट्स की दिनचरिया सुबह चार बजे उठकर तैयार होने से शुरू होती थी। एक घंटा फिजिकल ट्रेनिंग(PT), फिर नाश्ते के बाद ड्रिल (एस.डी के लिए हथियार सहित), मिलिट्री विषय जैसे मैप रीडिंग (MR), वेपन ट्रेनिंग(WT) के साथ फायरिंग, फील्ड और बैटल क्राफ्ट, तंबू लगाना और कई मिलिएट्री टैक्टिक्स सिखाई गई।
कैडेट्स को फुटबॉल और बास्केटबॉल जैसे खेलों में भी अपना हुनर दिखाने का मौका मिला। यूनिट के कमान अधिकारी ने कैडेट्स को गोल्फ (Golf) और स्क्वैश (Squash) जैसे खेलों का भी प्रशिक्षण दिया।
जी२०(G20) पर लैक्चर, डिबेट और ड्राइंग कंपटीशन के साथ
रस्साकशी (Tug of War) मे भी कैडेट्स ने भाग लिया।
आए. जी.ए.आर (ईस्ट) की असम राइफल्स का हथियारों का डिस्प्ले, स्पीयर कोर आर्टिलरी ब्रिगेड का मीडियम गन और १६ आर्मी डॉग यूनिट के शानदार शो ने कैडेट्स का मनोबल बढ़ाया और फौज में भर्ती होने के प्रेरित किया।
कई सीनियर अफसरों ने भी कैंप में चल रही ट्रैनिंग का मौयीना किया जैसे श्री अखिलेश्वर सिंह (इंस्पेक्टर जनरल, फ्रंटियर फोर्स हेडक्वार्टर , मिजोरम और कछार) के साथ कर्नल एस श्रीराम (ड्यूटी ग्रुप कमांडर, एनसीसी सिलचर ग्रुप) ने कैडेट्स का जोश और बढ़िया ट्रेनिंग की तारीफ की और कैडेट्स के साथ अपना अनुभव बांटा
एनडीआरएफ ने आपदा में क्या करवाई करने की ट्रेनिंग जैसे सीपीआर (CPR) जो दिल का दौरा देने पर, आग लगने पर उसको बुझाने का टरीका, सर्पमित्र श्री त्रिकाल चक्रवर्ती ने अलग सांपों को पहचानने का और सांप पकड़ने का तरीका भी सिखाया।
१६० मिलिट्री हॉस्पिटल की मेजर (डॉक्टर) ने स्वास्थ्य और हाइजीन का लेक्चर, कछार कैंसर हिस्पॉइटल के डॉक्टर राजीव कुमार ने ड्रग्स और तंबाकू से कैंसर होने का कारण और इससे दूर रहने के लिए लैक्चर लिया।
यूनिट के ३१ कैडेट्स, अफसर और उस्तादों ने सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत, कछार कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केंद्र के रक्त केंद्र को रक्तदान भी किया।
कैडेट ने १६० मिलिट्री हॉस्पिटल के मरीजों और एवं स्टाफ को नाच गाना और हास्य नाटक से मनोरंजन किया।
कैडेट ने सिलचर से आए बच्चों का मनीपुर का मशहूर “ठंगता” शैली के साथ ताइक्वांनडो और तलवार से फेंसिंग खेल का भी डेमो देखा।
कर्नल राहुल शर्मा, आर्मी रिक्रूटमेंट अफसर(ARO) सिलचर ने कैडेट्स को फौज में जवान भर्ती की अग्निवीर एंट्री और अफसर बनने के लिया क्या क्वाल्फिकेशन की ज़रूरत हैं, बताया।
कैडेट के मनोरंजन के उन्हें “उड़ी” पिक्चर दिखाई गई ।भारत पाकिस्तान के बीच एक दिवसीय क्रिकेट मैच और ०९ सितंबर को अफसर ट्रैनिंग अकादमी (OTA) चेन्नई की पासिंग आउट परेड (PoP) का भी सीधे प्रसारण
सीधा प्रसारण दिखाया गया।
कैडेट्स ने मासिमल कैंट में ५० फल फूल के पौधे, असम के वीर सेनानी, “लाचित बोरफुकान” की मूर्ति की सफाई, १९८१ भारत बांग्लादेश और १९८७ में श्रीलंका में “ऑपरेशन पवन” में शहीदों पर बने वार मेमोरियल के आस पास के स्थान को साफ करके,शहीदों को एक तरह से श्रद्धांजली दी।
गुरुचरण कॉलेज के सीनियर अंडर अफसर कैडेट कुणाल ने कहां, “मुझे पूरा भरोसा हैं कि हम सभी कैडेट्स को यह १० दिन जिंदगी भर याद रहेंगे”।
केंद्रीय विद्यालय(केवी) मसिमपुर में नवी कक्षा के जूनियर डिवीजन कैडेट आर्यन सिंह ने बोला, “मैं पहली बार अपने मां बाप से इतने दिन, इतनी दूर गया हूं। पहले एक दो दिन, मुझे भी घर वालों की बहुत याद आती थी, पर एक बार कैंप ट्रैनिइंग शुरू हुई,यह दस दिन कैसे निकल गए, पता ही नही चला”।