धोलाई, 19 जुलाई: धोलाई थाना अंतर्गत श्यामाचरणपुर-शेवरारथल जिला परिषद क्षेत्र में 60 वर्षीय एक वृद्ध के रहस्यमय ढंग से लापता होने की घटना को लेकर इलाके में हड़कंप मच गया है। राजनगर-खुलिछड़ा गांव के निवासी आइन उद्दीन लश्कर 29 जून से लापता हैं। आज 18 दिन बीत जाने के बावजूद उनका कोई सुराग नहीं मिला है, जिससे परिवार गहरे तनाव और चिंता में डूबा है।
परिजनों और स्थानीय लोगों का आशंका है कि आइन उद्दीन को सुनियोजित साजिश के तहत मारकर आसपास के घने जंगलों में शव को गाड़ दिया गया हो सकता है।
लापता व्यक्ति की पत्नी शमसुन नेसा लश्कर ने अगले ही दिन यानी 30 जून को धलाई थाने में एक गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने जांच शुरू की है, लेकिन अब तक कोई ठोस प्रगति सामने नहीं आई है।
दुर्गम क्षेत्र, सीमित संसाधन
आइन उद्दीन लश्कर एक गरीब सब्ज़ी विक्रेता थे, जो लोगों के घरों से सब्ज़ी खरीदकर स्थानीय बाज़ार में बेचते थे। वह अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ अत्यंत दुर्गम और घने जंगलों से घिरे इलाके में रहते थे, जहां आवाजाही भी जोखिम भरा है।
शक के घेरे में एक ‘परिचित’
परिवार का दावा है कि लापता होने के ठीक एक दिन पहले एक परिचित व्यक्ति, जिससे आइन उद्दीन की पुरानी दुश्मनी थी, उनका मोबाइल नंबर पूछने घर आया था। इसी आधार पर उनके रिश्तेदार इस्लाम उद्दीन लश्कर ने 9 जुलाई को उस व्यक्ति के खिलाफ एक अलग एफआईआर दर्ज करवाई। पुलिस ने उसे भी जांच के दायरे में लिया है।
स्थानीय लोगों ने की जंगल में खोजबीन
घटना को लेकर ग्रामीणों में भी गहरी चिंता व्याप्त है। राजनगर-खुलिछड़ा ग्राम पंचायत के नव-निर्वाचित अध्यक्ष इमरान हुसैन बड़भूंइया के नेतृत्व में 20-25 ग्रामीणों की एक टीम ने आसपास के जंगलों में खोज अभियान चलाया, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।
स्थानीय लोगों का कहना है कि आइन उद्दीन का घर इतना दुर्गम इलाके में है कि वहां दिन के उजाले में भी आना-जाना बेहद खतरनाक होता है। ऐसी जगह अगर किसी की हत्या कर शव को जमींदोज़ कर दिया जाए, तो आसानी से किसी को भनक नहीं लगती।
परिवार और ग्रामीणों की मांग
परिजनों और ग्रामीणों की एक ही मांग है—आइन उद्दीन के लापता होने की पूरी सच्चाई सामने लाई जाए और अगर यह कोई आपराधिक कृत्य है, तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
पुलिस का बयान
पुलिस ने बताया है कि जांच को गंभीरता से आगे बढ़ाया जा रहा है और हर पहलू की गहराई से जांच की जा रही है। जल्द ही सच्चाई सामने लाने का प्रयास जारी है।




















