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प्रेरणा प्रतिवेदन गुवाहाटी, 20 फरवरी: कल से पांच दिवसीय दौरे के तहत अर्थात 21 फरवरी से 25 फरवरी तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के परम पूजनीय सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत असम में उपस्थित रहेंगे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष को ध्यान में रखते हुए, सरसंघचालक डॉ. भागवत का यह दौरा भारत के विभिन्न हिस्सों में किए जा रहे उनके दौरों का एक हिस्सा है। यह जानकारी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उत्तर असम प्रांत के प्रचार प्रमुख किशोर शिवम ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी है।
सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत कल दोपहर लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से सीधे गुवाहाटी के बोरबारी स्थित सुदर्शनालय में उपस्थित होंगे। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के अवसर पर संगठन के कार्य विस्तार, कार्य की दृढ़ता, शाखाओं के माध्यम से समाज में परिवर्तन जैसे विषयों पर स्वयंसेवकों के साथ विचार-विमर्श करेंगे।
इसके अलावा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा समाज परिवर्तन के लिए किए जा रहे पांच मुख्य पहल जैसे – सामाजिक समरसता, नागरिक कर्तव्य, पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग, और कुटुंब प्रबोधन को स्वयंसेवकों के माध्यम से समाज के सभी स्तरों तक कैसे पहुंचाया जाए, इस पर भी वे अपना विचार प्रस्तुत करेंगे। साथ ही, वे गुवाहाटी महानगर की संघ की दो शाखाओं में उपस्थित रहकर वहां की टोली बैठकों में भाग लेंगे।
22 फरवरी की शाम को वे आईआईटी गुवाहाटी में आयोजित राष्ट्र सेविका समिति की बैठक में भाग लेंगे। 23 फरवरी की सुबह साउकुची स्थित साउथ पॉइंट हाई स्कूल प्रांगण में डॉ. मोहन भागवत एक बौद्धिक कार्यक्रम में उपस्थित रहकर गुवाहाटी महानगर के हजारों स्वयंसेवकों के समक्ष बौद्धिक व्याख्यान देंगे।
इसके अलावा, अपने इस दौरे के दौरान सरसंघचालक कई अन्य बैठकों में भी भाग लेंगे, जिनमें संघ के प्रचारकों के साथ बैठकें भी शामिल हैं। 26 फरवरी की सुबह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत अरुणाचल प्रदेश के लिए प्रस्थान करेंगे। यह जानकारी भी उत्तर असम प्रांत के प्रचार प्रमुख किशोर शिवम ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी है।




















