शिलचर, 2 जून: लगातार बारिश के कारण कछार ज़िले के कई हिस्से बाढ़ की चपेट में हैं। इस आपदा की गंभीरता को देखते हुए असम सरकार के मंत्री श्री कौशिक राय ने सोमवार को सिलचर क्षेत्र के विभिन्न बाढ़ राहत शिविरों और संवेदनशील तटबंधों का दौरा कर राहत एवं बचाव कार्यों की जमीनी समीक्षा की। उनके दौरे ने न सिर्फ पीड़ितों में आशा का संचार किया, बल्कि यह भी दर्शाया कि राज्य सरकार विपरीत परिस्थितियों में भी तत्परता और जिम्मेदारी से कार्य कर रही है।
मंत्री श्री राय ने अपने दौरे की शुरुआत कछार हाई स्कूल, मलुग्राम गर्ल्स हाई स्कूल, देवी प्रसार निम्न प्राथमिक विद्यालय और जॉयकुमार बालिका विद्यालय स्थित राहत शिविरों से की। वहाँ उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की, उनकी समस्याएं सुनीं और यह सुनिश्चित किया कि उन्हें भोजन, स्वच्छ जल, दवाएं तथा साफ-सफाई से जुड़ी आवश्यक सुविधाएं समय पर उपलब्ध कराई जा रही हैं। उनका यह मानवीय और संवेदनशील दृष्टिकोण सुशासन के उस मॉडल को दर्शाता है जो संवेदना, त्वरित कार्रवाई और जवाबदेही पर आधारित है।
ज़िलाधिकारी श्री मृदुल यादव के साथ समन्वय करते हुए मंत्री राय ने बाढ़ नियंत्रण के लिहाज़ से महत्वपूर्ण बरिंगा नाथपारा और बेतुकांडी के तटबंधों का भी निरीक्षण किया। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर उन्होंने तटबंधों की स्थिति का आकलन किया और कमजोर हिस्सों पर तुरंत सुदृढ़ीकरण के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि संकट उत्पन्न होने से पहले ही निवारक कदम उठाना अत्यंत आवश्यक है।
इसके अलावा श्री राय ने सूरतारा, श्रीकोना पार्ट-2 और बंगलाघाट के स्लूइस गेट्स, साथ ही शालछपरा के पास बाढ़ग्रस्त राष्ट्रीय राजमार्ग खंड का भी निरीक्षण किया। उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए यह सुनिश्चित किया कि बुनियादी ढांचे की मजबूती और आपदा से निपटने की तैयारी में कोई कमी न रह जाए।
यह निरीक्षण असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा के नेतृत्व में चलाए जा रहे राज्यव्यापी राहत प्रयासों का हिस्सा है। मुख्यमंत्री लगातार ज़िला प्रशासन के संपर्क में रहकर राहत और पुनर्वास कार्यों की निगरानी कर रहे हैं।
कछार ज़िले में जब बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त है, ऐसे में मंत्री कौशिक राय द्वारा उठाए गए त्वरित और निर्णायक कदम न केवल प्रशासनिक कुशलता का परिचायक हैं, बल्कि बाढ़ पीड़ितों के लिए आशा की एक किरण भी हैं। उनका जमीनी स्तर पर सक्रिय नेतृत्व यह दर्शाता है कि राज्य सरकार संकट की घड़ी में भी लोगों के साथ खड़ी है, उनके जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित करने और जनविश्वास को मजबूत करने के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है।
यह जानकारी क्षेत्रीय जनसंपर्क कार्यालय, बराक घाटी क्षेत्र, सिलचर, असम द्वारा जारी की गई है।





















