284 Views
अनिल मिश्र/रांची
झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा के बैनर तले रैयत विस्थापित महासभा का आयोजन केदला बस्ती में किया गया । इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पार्टी के सुप्रीमो सह डुमरी के विधायक टाइगर जयराम महतो उपस्थित हुए। मुख्य अतिथि टाइगर जयराम महतो ने कहा की झारखंड राज्य अलग होने के बावजूद यहां के लोगों को हक व अधिकार नहीं मिला । जमीन हमारी मां है, जिस पर हम अनाज पैदा करते हैंlअपना और अपने परिवार के साथ-साथ जीव ,जंतु, पशु पक्षियों का भी पेट भरते हैं। जमीन किसी को लेने या छिनने नही देंगे अगर कोई कंपनी जमीन लेता है तो उसे सीधा कहिए की जमीन हमारी,पूंजी तुम्हारी बराबर की होगी हिस्सेदारी। जमीन अगर एक बार आपका हाथ से निकल गया तो जिंदगी भर सिर्फ अफसोस करने के अलावा कुछ नहीं बचेगा । यहां के लोगों ने सीसीएल और टाटा कंपनी को जमीन दी हैlलेकिन उन्हें उचित नौकरी व मुआवजा नहीं मिला। यहां सीसीएल का परियोजना चल रही हैlलेकिन सीसीएल में बाहर के लोग अधिकारी हैं। बाहर के लोग यहां ठेकेदारी कर रहे हैं। इसलिए लोगों को अपने हक अधिकार के लिए गोल बंद होने की जरूरत हैविधानसभा सत्र में विस्थापन का मुद्दा मजबूती के साथ उठाने का प्रयास करूंगा ।विस्थापन नीति नहीं रहने के कारण लोग आज अपना जमीन देकर भी अपने हक अधिकार के लिए आंदोलन करना पड़ रहा है। झारखंड वासियों के सामने आज कई चुनौतियां हैं । सरकारी व निजी कंपनियों में झारखंड के लोगों नौकरी नहीं मिल रही है। कंपनियों में नो एंट्री लगा दी है । अगर एक भी लाठी रैयत के,ऊपर चललो , अगर एक बूंद भी खून रैयत के बहलो तो पुलिस प्रशासन से पंगा नही लेना हैl क्योंकि वह ड्यूटी मे मजबूर हव्व। जे कंपनी के मालिक, जे कंपनी के पदाधिकारी हैl वह सब से आर पार की लडाई लड़ना है। लड़ने में कोई कोताही नहीं। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से जेएलकेएम के केंद्रीय, प्रदेश, जिला, प्रखंड, पंचायत, सक्रिय सदस्य ,समर्थक, रैयत, विस्थापित, प्रभावित एवं लाखों ग्रामीण उपस्थित थे ।





















