उधारबंद (बराक घाटी): गुरुवार को उधारबंद हॉस्पिटल रोड स्थित सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति के भव्य मंडप और मूर्ति का शुभारंभ हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में सिलचर रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम संघ के श्रीमद् स्वामी गणाधीशानंद जी महाराज ने मंडप का उद्घाटन और मूर्ति का अनावरण किया। इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता शंकर रॉय एवं समिति के पदाधिकारीगण भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्वामी गणाधीशानंद जी ने कहा कि बराक घाटी की सबसे बड़ी पहचान इसकी एकता और मैत्रीभावना है। उन्होंने कहा—“बराक घाटी के लोगों की मानवीयता और सद्भावना प्रेरणा देती है। माता दुर्गा पूरे परिवार के साथ पधारी हैं। नीचे असुर हैं और ऊपर देवता। जब तक हम अपने भीतर की राक्षसी प्रवृत्तियों पर विजय नहीं पाएंगे, तब तक सच्चा देवत्व प्राप्त नहीं कर सकेंगे।”

इस वर्ष हॉस्पिटल रोड पूजा समिति ने अपने मंडप को वृंदावन के चंद्रोदय मंदिर की शैली में सजाया है। मंडप के भीतर श्रीकृष्ण की लीलाओं के साथ-साथ भगवान राम की लीलाओं का भी सजीव चित्रण किया गया है। महाराज ने कहा कि समिति हर वर्ष अपनी थीम और मूर्तियों में नवीनता लाती है, लेकिन आध्यात्मिकता को सदैव केंद्र में रखती है।
उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान युग मोबाइल फोन का है, फिर भी पौराणिक कथाओं और इतिहास का महत्व शाश्वत है। “ये कहानियाँ युवाओं पर सकारात्मक प्रभाव डालेंगी और उन्हें सही मार्ग दिखाएँगी,” उन्होंने विश्वास जताया।
इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष प्रदीप दास, उधारबंद जीपी अध्यक्ष काकली कर, प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता अमीर चंद जहाँगीर, पूर्व संपादक राजेश रॉय, वर्तमान संपादक चंपक रॉय सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। आयोजन में उन पूर्व छात्रों को भी सम्मानित किया गया, जिन्होंने बड़े बजट की पूजा की परंपरा की नींव रखी थी।
कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि स्वामी गणाधीशानंद जी महाराज को उत्तरीय ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।





















