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सिलचर टैंक रोड स्थित एजीपी के कछार जिला कार्यालय में आयोजित एक समारोह में कांग्रेस पार्टी छोड़ने के बाद लगभग 150 कार्यकर्ता गुरुवार दोपहर औपचारिक रूप से एजीपी में शामिल हो गए।
इस कार्यक्रम में शामिल होने वालों में प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता और व्यापक रूप से प्रसारित ऑनलाइन पोर्टल की संस्थापक शारिका आज़मी बरभुयान, कांग्रेस की कछार जिला समिति के महासचिव और पूर्व क्षेत्रीय पंचायत सदस्य अख्तर हुसैन लस्कर, तथा सोनाई, धलाई, सिलचर और उधरबंद क्षेत्रों के कई कार्यकर्ता शामिल थे।
इस संयुक्त बैठक में एजीपी की केंद्रीय समिति के दोनों महासचिव और बराक घाटी के कार्यवाहक केएच बिमलेंदु सिंघा और सुनील डेका, जिला अध्यक्ष कबीर अहमद बारुभुयान, युवा परिषद के केंद्रीय सचिव नेकबूब हुसैन लस्कर, अल्पसंख्यक परिषद की केंद्रीय सचिव आयशा सुल्ताना चौधरी, जिला सचिव हैदर हुसैन लस्कर, कृषक परिषद के जिला सचिव अहमद शाहिद बारुभुयान और अन्य उपस्थित थे। बैठक की शुरुआत हाल ही में दिवंगत लोकप्रिय कलाकार जुबिन गर्ग के निधन पर शोक व्यक्त करने के साथ हुई। एजीपी केंद्रीय समिति के महासचिव सुनील डेका ने कहा कि एजीपी असम की क्षेत्रीय पहचान, भाषा, संस्कृति और सामाजिक अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। पार्टी का मुख्य लक्ष्य अवैध घुसपैठ को रोकना, सांस्कृतिक संरक्षण और क्षेत्रीय विकास करना है। बराक घाटी के प्रभारी केएच बिमलेंदु सिंह ने नए सदस्यों से सिद्धांतों और आदर्शों का पालन करने का आग्रह किया। जिला अध्यक्ष कबीर अहमद बारुभुइयां ने पार्टी कार्यकर्ताओं को आगामी सिलचर नगर निगम चुनाव में सक्रिय रूप से भाग लेने का निर्देश दिया।
अल्पसंख्यक परिषद की सचिव आयशा सुल्ताना चौधरी ने कहा कि अगप जाति, धर्म और भाषा से ऊपर उठकर न्यायसंगत अधिकार दिलाने वाली पार्टी है, जो आज भी असम की जनता के लिए विश्वास का प्रतीक है। पार्टी में शामिल हुईं सामाजिक कार्यकर्ता शारिका आज़मी बरभुयान ने कहा कि अगप आंदोलन में 886 शहीदों के बलिदान ने राजनीतिक विश्वसनीयता पैदा की है। इस पार्टी के साथ रहने से जनता का समर्थन और लोकतांत्रिक प्रक्रिया और मजबूत होगी। बैठक का संचालन जिला सचिव मनितन सिंह और सुजीत शर्मा ने किया। साथ ही उधारबंद के उपाध्यक्ष राजेश सिंह, रंगपुर ब्लॉक समिति के अध्यक्ष मोइन उद्दीन लस्कर, सिलचर विधान परिषद के सचिव रूपेश सिन्हा, कार्यकारी अध्यक्ष दीपन भट्टाचार्य, लक्ष्मीपुर विधान परिषद के सचिव विद्युत सिंह, सोनाई विधान परिषद के सचिव जमील लस्कर, वकील रियाजुल हक बरभुयान आदि उपस्थित थे।





















