यशवन्त पाण्डेय शिलकुड़ी 29 अप्रैल। 75 साल बाद बराक चाय श्रमिक संगठन भाजपामय हो गया है, बराकघाटी के विभिन्न क्षेत्रों से आये बागान के प्रतिनिधियों ने यह साबित कर दिया कि जिसकी सरकार है उसीके साथ रहना है तभी उनका विकास होगा, जब कांग्रेस की सरकार थी तो संगठन के सभी पदों पर कांग्रेस के ही लोग पदाधिकारी बनते रहे, अब सरकार भाजपा की है तो इसबार श्रमिक प्रतिनिधियों ने संगठन को भाजपामय कर दिया। हालांकी बराक चाय श्रमिक संगठन के नव निर्वाचित पदाधिकारियों का मानना है यह कि यहां भाजपा-कांग्रेस की बात नही है, श्रमिकों के हित के लिए हम सब एक हैं। श्रमिक स्वार्थ ही सर्वोपरि है।
शनिवार को बराक चाय श्रमिक संगठन के जनरल काउन्सिल के बैठक में बिना प्रतिद्वंद्विता के ही करीमगंज के सांसद कृपानाथ मल्लाह को अध्यक्ष पद पर चूना गया। वही महासचिव पद पर असम टी बोर्ड के चेयरमैन राजदीप ग्वाला को सर्वसम्मति चूना गया। वही राज्य के पूर्व मंत्री तथा बराक चाय श्रमिक संगठन के पूर्व महासचिव अजित सिंह को सर्वसम्मति से सम्मान के साथ कार्यकरी अध्यक्ष पद का भार दिया गया है। इनके अलावा दो उपाध्यक्ष पद पर राताबाड़ी से शिव नारायन राय व गगलाछोड़ा चाय बागान के राधेश्याम कोईरी, चार सह महासचिव पद पर सनातन मिश्रा, रवि नुनीया, क्षीरोद कर्मकार व बिपुल कुर्मी को सर्वसम्मति चूना गया है। श्री राजदीप ग्वाला ने कहा कि सभी का आशीर्वाद से मुझे भी संगठन का महासचिव पद पर चूना गया है। शनिवार को चरगोला सर्कल के अन्तर्गत राताबाड़ी विधानसभा क्षेत्र के विद्यानगर के रहनेवाले शिव नारायन राय की अध्यक्षता हुई जनरल काउन्सिल की बैठक के बाद बराक चाय श्रमिक संगठन के नव निर्वाचित महासचिव राजदीप ग्वाला ने पत्रकार वार्ता कर उपरोक्त जानकारी प्रदान किया। उन्होंने कहा कि संगठन के कुल सदस्य संख्या 51 है, मगर अभी कम है इसे भी पूरा करने का प्रयास किया जायेगा एवं सर्कल स्तर पर सभा कर श्रमिकों के हित में जो काम कर रहे हैं, विशेषकर चायबाागानों में जो लोग काम कर रहे हैं उन्हीं को लेकर ही संगठन का गठन होता है, संगठन के संविधान में भी उल्लेख है कि चाय बागानों में से कम से कम 50 प्रतिशत लोगों को लेकर ही संगठन का निर्माण करना है सो पहले भी था अब भी है, इनके अलावा भी चाय बागानों के श्रमिकों के हित में जो काम कर रहे हैं उन्हें भी आगामी दिनों में जोड़ने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि आज की जनरल काउन्सिल के बैठक में श्रमिकों की मूलभूत समस्याओं को लेकर चर्चा हुई है, विशेष कर भविष्यनिधि, ग्रेच्युयेटि, रिटायरमेंट बेनीफीट, आवास, सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य आदि विषयों पर बराकघाटी से आये चायबाागान प्रतिनिधियों ने चर्चा किया । बैठक में हमलोगोंने सिद्धांत लिया है कि हम सरकार के पास जायेंगे। राज्य के मुख्यमंत्री को आमंत्रित करेंगे, और अपनी समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत करायेंगे । इसके अलावा भी मैंनेजमेंट के जो संगठन है जैसे आईटीए, टाई आदि संगठन है उनसभी के साथ बैठक कर समस्याओं को समाधान का प्रयास करेंगे। विशेष कर चाय श्रमिकों के समस्याओं को प्राथमिकता दी जायेगी, श्रमिकों को कोई समस्या न हो इसपर हम काम करेंगे।
पत्रकार वार्ता में नव निर्वाचित अध्यक्ष तथा करीमगंज के सांसद कृपानाथ मल्लाह के बताया कि श्रमिक समाज के हम अभारी हैं उन्होंने बदलाव चाहा और आज यह संगठन में बदलाव आया है और नयी दिशा के और संगठन चल पड़ी है, श्रमिकों के प्रतिनिधियों ने हम लोगो पर भरोसा कर दायित्व अर्पण किया है तो उसे बेहतर तरीके से निभाने का प्रयास करेंगे, आज सम्पूर्ण रूप से समिति का गठन नही हुआ है हमलोग सर्कल में जायेंगे और समिति का पूर्ण रूप देने का काम करेंगे, नवनिर्वाचित अध्यक्ष ने और कहा कि मूल विषय है श्रमिकों की विकास करना और उनकी समस्याओ का समाधान करना। उन्होंने कहा कि आज बागानों में बहुत समस्या है, पहले बागान प्रबंधन श्रमिकों के आवास, पीने का पानी, रास्ताघाट आदि की व्यवस्था करता था मगर आज कुछ नही करता है, विकल्प के रूप में हमारी सरकार ही कर रही है, कुछ आपसी समझौता भी हुआ है कि बागान नूकसान में चल रहा है, आज सरकार आवास दे रही है, अगर बागान के श्रमिकों को प्रधानमंत्री आवास नही मिला है तो उन्हें हमारी सरकार मुख्यमंत्री आवास दे रही है, इस सन्दर्भ में हमलोगों ने मुख्यमंत्री से अभी बातचीत किया है, उन्होंने हमें और राजदीप ग्वाला को बताया है कि बागानों की जो समस्या है उन्हें बताना है और वे इसका निदान करेंगे, पत्रकार वार्ता में सहायक महासचिव सनातन मिश्रा ने अपना विचार प्रस्तुत किया।