87 Views
राणा प्रताप सिंह, जिन्हें महाराणा प्रताप के नाम से भी जाना जाता है, का जन्म 9 मई, 1540 को राजस्थान के कुंभलगढ़ में हुआ था।
वे मेवाड़ के 13वें राजा थे और उदय सिंह द्वितीय के सबसे बड़े पुत्र थे
महाराणा उदय सिंह द्वितीय ने अपनी राजधानी चित्तौड़ से मेवाड़ राज्य पर शासन किया।
उदय सिंह द्वितीय द्वारा उदयपुर (राजस्थान) शहर की स्थापना की गई।
वर्ष 1576 में हल्दीघाटी का युद्ध मेवाड़ के राणा प्रताप सिंह और मुगल सम्राट अकबर की सेना के मध्य लडा गया था, जिसमें मुगल सेना का नेतृत्त्व आमेर के राजा मान सिंह द्वारा किया गया था।
महाराणा प्रताप ने वीरतापूर्ण इस युद्ध को लड़ा, लेकिन मुगल सेना ने उन्हें पराजित कर दिया।
ऐसा कहा जाता है कि महाराणा प्रताप को युद्ध के मैदान से बाहर निकालने के दौरान चेतक’ (Chetak) नामक उनके वफादार घोड़े ने अपनी जान दे दी थी।
वर्ष 1579 के बाद मेवाड़ पर मुगलों का प्रभाव कम हो गया और महाराणा प्रताप ने कुंभलगढ़, उदयपुर और गोगुन्दा सहित पश्चिमी मेवाड़ को पुनः प्राप्त कर लिया।
इस अवधि के दौरान उन्होंने वर्तमान डूंगरपुर के पास एक नई राजधानी चावंड (Chavand) का निर्माण भी किया।
19 जनवरी, 1597 को महाराणा प्रताप का निधन हो गया।