शिलचर, 6 अप्रैल: औपचारिकता से ऊपर उठकर लक्ष्य से भी आगे काम करना होगा सफलता के लिए निरंतर प्रयास जरूरी है। उपरोक्त कथन नराकास के अध्यक्ष और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक डॉक्टर शिवाजी बंदोपाध्याय ने नराकास की 60 वीं छमाही बैठक के दौरान उपस्थित सदस्यों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि हिंदी का प्रयोग बहुत ही आसान है कुछ लोगों को भ्रम है कि हिंदी कठिन है। भारत सरकार राजभाषा अनुपालन के लिए बहुत प्रयास कर रही हैं, हम सभी को उसमें अपना योगदान देना है।
बैठक में उपस्थित मुख्य अतिथि राजभाषा विभाग के क्षेत्रीय उपनिदेशक बद्री प्रसाद यादव ने कहा कि नदी की अविरल धारा की तरह हमें आगे बढ़ना है। उन्होंने कई कार्यालयों विशेषकर केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, सीआरपीएफ, एयरपोर्ट आदि की प्रशंसा करते हुए कहां कि सभी को राजभाषा अधिनियम का अनुपालन करना है, प्रयास नहीं काम करना है।
अपने प्रास्ताविक वक्तव्य में नराकास के सदस्य सचिव डॉक्टर बादल सोनी ने कहा कि हम राजभाषा अधिनियम की धारा 3 (3) का पूर्ण रुप से पालन कर रहे हैं। उन्होने बताया कि कोविड के बावजूद अधिकांश कार्यालयों ने द्विभाषा में काम जारी रखा। उन्होंने कहा कि एनआईटी में धूमधाम से हिंदी दिवस मनाया जाता है। राजभाषा अनुपालन के लिए उन्होंने सभी के सुझाव का स्वागत किया।
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए संस्थान के कुलसचिव डॉक्टर के एल वैष्णव ने कहा कि आज की बैठक से उन्हें बहुत जानकारी मिली है और अच्छा लगा। उन्होंने बताया कि अभी बहुत परिवर्तन हो रहा है लोग हिंदी में रिस्पांस कर रहे हैं दक्षिण में भी धीरे-धीरे हिंदी का प्रयोग बढ़ रहा है, प्रयास अच्छा चल रहा है। शिलचर में हिंदी के विकास के बारे में उन्होंने कई उदाहरण भी दिया। प्रेरणा भारती हिंदी समाचार पत्र के बारे में भी अपने वक्तव्य में उन्होंने चर्चा की।
सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार दिलीप कुमार ने नराकास की प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि राजभाषा धीरे-धीरे विश्व भाषा के रूप में प्रगति कर रही है। दुनिया के अनेकों विश्वविद्यालयों में हिंदी पढ़ाई जा रही है। भारत में संपर्क भाषा के रूप में हिंदी का ही प्रयोग हो रहा है। युवा पीढ़ी हिंदी का अच्छा उपयोग कर रही है।
अन्य वक्ताओं में असम विश्वविद्यालय के हिंदी अधिकारी सुरेंद्र उपाध्याय, एयरपोर्ट के हिंदी अधिकारी, सीआरपीएफ के अरविंद कुमार, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के हिंदी अधिकारी, केंद्रीय विद्यालय मासिमपुर की शिक्षिका श्रीमती राधिका सिंह, केंद्रीय विद्यालय एनआईटी की शिक्षिका, जीवन बीमा निगम के हिंदी अधिकारी विप्लव पटवा, पंजाब नेशनल बैंक कामरूप के प्रबंधक अनिल भगत, सीडेक शिलचर के गिरधारी शर्मा आदि ने अपने अपने कार्यालय की छमाही रिपोर्ट प्रस्तुत की। लगभग सभी ने कहा कि उनके यहां राजभाषा अधिनियम का अनुपालन हो रहा है। कुल मिलाकर नराकास की 60 वीं छमाही बैठक उत्साहवर्धक रही। सभा में उपस्थित अन्य प्रमुख व्यक्तियों में एयरपोर्ट के निदेशक प्रदीप कुमार गोराई, अशोक कुमार पांडेय, आरएमएस के सुशील कुमार सिंह, एनआईटी के संतोषजी, नवोदय विद्यालय के विकास उपाध्याय, पृथ्वीराज ग्वाला आदि शामिल थे।