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दुमदुमा : तिनसुकिया जिले के कर्देगुङी अंचल में भयावह भू कटाव की चपेट से कई गांवों पर अस्तित्व का खतरा मंडरा रहा है । आज दुमदुमा प्रेस क्लब मोरान छात्र संघ आटसा प्रतिनिधि मंडल के द्वारा करदोगुडी भू कटाव अंचल का दौरा कर स्थति का अवलोकन किया गया। मालूम हो कि ब्रह्मपुत्र नदी के उपनदी अनंत नाला प्रत्येक वर्ष कर्देगुड़ी अंचल में भू कटाव के द्वारा सैकड़ों बीघा माटी अपने आगोश में ले लेती है। बावजूद इसके सरकार द्वारा सिर्फ दिलासा एवं खानापूर्ति करके अपना पल्ला झाङने का आरोप कई संगठनों ने लगाया है। विगत 6 माह पूर्व ही जल संसाधन मंत्री पीयूष हजारिका अंचल का दौरा करके बांध निर्माण कार्य का जायजा लेते हुए बाढ की विभीषिका से निजात दिलाने का आश्वासन दिए थे। किंतु भू कटाव की दंशको झेल रहे कर्देगुड़ी अंचल के कई गांव की हालात दयनीय बना हुआ है। कर्देगुड़ी गांव केलंगपीत, रंगाजान, काईटीया, बादल पथार एवं सूमोजान गांव नदी के प्रबल धारा के सामने भू- क्षरण की समस्या से जूझ रहा है । ३ नम्बर करदोगुडी( गड़िया टीग) गांव के भू कटाव रुकने के लिए एक करोड़ रूपया लागत से तत्कालीन बांध का निर्माण किया किया गया था पर पांच महीने के अंदर ही टूट गया । वर्तमान समय में करीबन 2 किलोमीटर का एरिया भू कटाव के चपेट में है। गांव वासियों ने बाढ़ से उत्पन्न त्रासदी से निपटने के लिए सुरक्षित जगह पर पनाह लेना ही मुनासिब समझा । करीब तीन हजार से ज्यादा परिवार दूसरे जगहों पर चले गये आज तक कोई भी परिवार को पुनःस्थापन नहीं हुआ । श्री श्री मयामारा टिपुक सिमलुगडी सत्र के उपर भी भू कटाव का खतरा मंडराने लगा हैै। सत्र अधिकार ने सरकार से अनुरोध किया की इस कटाव को रोकने के लिए सरकार जल्द से जल्द कार्य करे। भू कटाव के खतरे से निबटने में सरकार की नाकामी पर कई संगठनों ने सवाल किया कि लोगों को सुरक्षा और बेहतर ज़िंदगी देने में नाकाम सरकार को जवाबदेही होना होगा। सरकार अकर्मण्यता के कारण विगत 20 वर्षों से भू कटाव की समस्या से यहां के लोग जूझ रहे हैं। सरकार द्वारा सिर्फ जियो बैग से भू कटाव से संरक्षण बेकार साबित हो रही है सरकार को विज्ञान सन्मत रूप से बाढ की समस्या से निजात दिलाने की मांग की । वही मोरान छात्र संस्थाके पिंकू मोरान ने बाढ की समस्या पर सरकार द्वारा गंभीरता रूप से न लिए जाने के कारण आज कर्देगुङी अंचल के कई गांव के लोगों को अपने खेत ,चाय बागान एवं घर भू कटाव के चपेट में आने के भय से शंका बनी हुई है । तिनसुकिया जिला के आटसा के सभापति जगत नायक ने सरकार से इस समस्या को विज्ञान सहमत से निराकरण की मांग की ।वही दुमदुमा के पूर्व विधायक दुर्गा भूमिज ने बाढ शिविर में खाद्य सामग्री वितरण किया और कहा की कांग्रेस के शासन कल मे पक्की स्लैप देकर बाँध का काम किया गया था जो की आज जिस जगह लगाई गई है कितना कारगर है उसी तरह से पक्की सलेप से बाँध बनाने की सरकार से मांग की ।शिविर में शौचालय पानी की व्यवस्था न होने पर क्षोभ जाहिर करते हुये जल्द से जल्द इन्तजाम करने की मांग की ।तिनसुकिया जिला संवादिक संस्था के सभापति अनुज कलिता ने कहा की जल्द ही इस समस्या को लेकर जिला उपायुक्त से मील कर ज्ञापन सौपा जाय गा।इस दौरान दुमदुमा प्रेस क्लब तिनसुकिया जिला अखिल असम चाय जनजाति छात्र संस्था (आटसा)मोरान छात्र सघं के सदस्य तथा केन्द्रीय कायॅकरता उपस्थित रहे।