
जिला उपायुक्त निसर्ग हिवरे ने किया। उद्घाटन समारोह में संबोधित करते हुए उपायुक्त हिवरे ने स्वयं सहायता समूहों को जिले के विकास के लिए अधिक ऋण लेने के लिए बैंक अधिकारियों से संपर्क करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूह की अवधारणा पुरानी है लेकिन पिछले दस वर्षों के दौरान काम को तेज किया गया है, जिसके परिणामस्वरूप जिले की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत हो रहा है।
उन्होंने कहा कि जिले में 5882 एसएचजी की काम से जिले की ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है।
स्वयं सहायता समूहों की गतिविधियों के माध्यम से कई क्षेत्रों में रोजगार के मौके भी सृजित हो रहे हैं। स्वयं सहायता समूहों के योगदान के परिणामस्वरूप उपायुक्त ने महिलाओं के जीवन के उत्थान में उनकी भूमिका की अत्यधिक सराहना की। इसके अलावा अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए विभिन्न स्वयं सहायता समूहों के योगदान पर हाइलाकांदी जिला परिषद के सीईओ जयदीप शुक्ला, असम ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक सौमित्र दे प्रमुख ने योगदान पर प्रकाश डाला। मेला में स्वयं सहायता समूहों के कुल 30 स्टॉल अपने उत्पादों के साथ भाग लिया हैं। तीन दिवसीय मेला में हर दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम भी मंचस्थ किया जा रहा है।





















