आज के स्थिति में हर इंसान खुश रहना चाहता हैं मगर वह खुश नही रहता क्यों कि सुबह जगते ही वह अनेक विचारों को साथ लेकर ही जगता हैं इसलिए दिन निकलने से पहले ही इंसान की समस्याए निकलती हैं | और निर्माण हुई समस्या से बाहर आने के लिए और नई समस्या निर्माण करता हैं | क्यों वह शांत मन से सोचता ही नही सोचना चाहता हैं मगर उसके पास वह पावर ही नही होती इसलिए समस्या से निकलने के लिए समस्या का निर्माण इंसान करता इसी बीच में वह यह भूलता हैं कि खुद में एक असीम शक्ति (ऐनर्जी) हैं | इसी के बल पर हर समस्या का हल झट से निकलता हैं पर यह शक्ति जगाए कैसे यह बहूत से लोगो को पता नही इसलिए वह समस्या का निर्वाह समस्या से करते तो आज हम उसी शक्ति को (एनर्जी) को जागृत करने का सबसे आसान तरीका सीखते हैं |
सबसे प्रथम खुद को सुबह दिन निकल ने से पहले जगने की आदत डालें और उठते ही मुह धोकर , धरती पर आसन डालकर , बैठ जाए , पाँच बार साँस ले और छोड़े रीड की हडी सीधी रहे इसी स्थिति में बैठे , धीरे- धीरे खुद के मस्तिष्क पर ध्यान केंद्रित करें , इसी स्थिति में पाँच मिनट बैठें और अब ऐसा लगेगा कि मन तनाव मुक्त हो गया हैं और सारा शरीर एकदम हल्का सा लगने लगता हैं | तब मन में पॉजिटिव विचार लाए जैसे, “मैं खुश हूँ , मुझे जो चाहिए था वह सब कुछ मिल गया हैं , मेरी हर समस्या निकल चुकी हैं , इसलिए धन्यवाद ऐसा, इसी बीच मे आपका शरीर हिलने लगेगा , और खुद जमीन से ऊपर की ओर उड़ रहे हो ऐसा भी महेसुस होगा ऐसा प्रति दिन केवल बीस मिनट कीजिए और 15 दिन के बाद आप खुद में एक नया जोश, उमंग , सपनो के प्रति जिद्दी और सभी से प्रेम करने वाले बनेंगे , इसके साथ ही समस्या का हल युही निकाल ने की आपमें नई ऊर्जा भी संचारित होगी और आप खुद समस्या निर्माण होने से पहले ही उसका हल खुद के पास रख सकते हैं |
मगर यह सब केवल योग के नियमित अभ्यास से ही संभव है अन्यथा नही , इसी तरहाँ खुद के जीवन को निरोगी , और सुखद बनाने के लिए खुद को सुबह के सबसे पहले के 20 मिनट देने होंगे जो कि हम सभी वह मोबाईल को देते हैं आज से यह समय खुद के लिए देना सीखे ,यहाँ मैं दूसरा एक उदाहरण बताना चाहता हूँ कि जैसे, ” हम सुबह उठते ही मोबाईल चार्ज करते हैं वैसे ही खुद के बॉडी को चार्ज करना सीखें खुद को चार्ज करने के लिए कोई दवाई की आवश्यकता न होकर मेडिटेशन की आवश्यकता है | ” यह मेडिटेशन खुद ही कर सकते हैं और तनाव मुक्त जीवन हासिल कर सकते हैं |
तो आज से ही सुबह के समय मेडिटेशन करे और जैसा चाहते हो वैसा दिन बनाओ दिन भर में जब कभी समय मिलता हैं तब खुद की आँखों को बंद करके शांत बैठे क्यों कि सबसे अधिक हमारी एनर्जी आँखों के द्वारा खर्चित होती हैं और आँखे बन कर बैठे ने से वही ऊर्जा शरीर के अंदर रहती हैं | इससे शरीर ऊर्जावान और तनाव मुक्त रहता साथ ही मन एक खुशी का भाव दिन भर संचारित रहता हैं | इससे आपमें असंभव काम को भी संभव करने की इच्छा जगती हैं और तथा उसे करने के लिए आपके सामने बंद रास्ते भी अपने- आप खुलते हैं |
इसी तरहाँ योग से हम निरोगी , तनाव मुक्त, ऊर्जावान और एक सफल जीवन अपना सकते हैं जो कि हमें लाखों रुपए खर्च करके भी नही मिलती वैसी दवा खुद के अंदर निर्माण कर सकते हैं हम ….|
लेखक मारोती गंगासागरे
नांदेड़, महाराष्ट्र