सर्व हिंदुस्तानी युवा परिषद के सभी सदस्यों ने एवं पूर्वोत्तर की सभी इकाइयों ने एक जुट होकर हाल ही में बने हिंदीभाषी विकास परिषद के गठन पर आपत्ति जताई है, उनका कहना है कि एक ऐसे व्यक्ति विशेष को इसकी कमान दी गयी है, जिसका जनाधार न के बराबर है और इस बारे में हिंदी भाषी समाज के लिए काम कर रहे हैं किसी भी संगठन से परामर्श नहीं किया गया। जहां एक ओर हिंदीभाषी समाज की एकजुटता की बात है तो अशोक सिंघल और विजय गुप्ता जैसे लोगों ने हिंदी भाषी समाज के साथ विश्वासघात किया है।
पार्टी अब ज़मीन एवं सरोकार से जुडे लोगों को नही रखना चाहती है, ऐसे लोगों को प्रश्रय दे रही है जो हिंदीभााष समाज मे कभी कोई बड़ा कार्य या मुद्दों को उठाने में नाकाम रहे है। उनकी पकड़ महज़ फेसबुक के फोटो एल्बम तक सीमित है या बड़े पदों पर रहने वाले नेताओं की जी हजूरी में बीतती है। सर्व हिंदुस्तानी युवा परिषद इस प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से इस हिंदीभााष विकास परिषद के गठन प्रक्रिया का कड़े लफ़्ज़ों में विरोध प्रकट करता है और आने वाले चुनावों में भी इसका असर देखने को मिलेगा।
बराक घाटी के भी हिंदीभाषी संगठनों ने इस प्रकार गुपचुप तरीके से परिषद के गठन पर आक्रोश प्रकट किया है तथा सरकार को चेतावनी दी है इसका परिणाम आने वाले चुनाव में ठीक नहीं होगा।