कानपुर। शनिवार की शाम राष्ट्रीय साहित्यिक संस्था ‘शब्दाक्षर’ रजि० की कानपुर इकाई द्वारा एक सरस ‘काव्य अनुष्ठान’ जर्नलिस्ट क्लब, अशोक नगर, कानपुर में सम्पन्न हुआ। कानपुर के शब्दाक्षर जिलाध्यक्ष अनुराग सैनी मुकुन्द ने आगत सभी का स्वागत अभिनंदन किया, कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार मोहन सिंह कुशवाहा ने की वहीं उपस्थित अजय मदहोश (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष) कुसुम सिंह अविचल व मधु श्रीवास्तव विशिष्ट अतिथि के रूप में मंचासीन रहे। कार्यक्रम का संचालन अजय श्रीवास्तव ‘शादाब’ ने किया। अतिथियों द्वारा माँ शारदे की आराधना से कार्यक्रम का आरम्भ हुआ जिसमें अंजनी अग्रवाल ने माँ शारदे की वंदना पढ़ी। इसके उपरांत काव्य पाठ का आरम्भ युवा कवि शंशाक फालके से आरम्भ हुआ फिर शिप्रा सिंह ने अपने ओज काव्य से नारी शक्ति का परिचय दिया इसी क्रम में सुनीता निगम, वंदना पाण्डेय, भरत सुमईया के काव्य पाठ को मन से सुना गया। कुसुम सिंह अविचल की ओज में कविता ने कार्यक्रम को शानदार गति प्रदान की, तो वहीं भोजपुरी के सुमधुर कवि दिनेश नीरज के आंचलिक गीत पर खूब तालियाँ बजीं। ओज के युवा हस्ताक्षर अमन श्रीवास्तव ने अपने काव्य से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया तथा अंजनी अग्रवाल के काव्य पाठ को भी सराहा गया। मंजू अग्निहोत्री की कानपुर पर लिखी कविता को मन से सुना गया। पायल राधा जैन की ग़ज़ल की खूब तारीफ़ की गई। अभिषेक अज्ञानी की ग़ज़ल को बहुत पसंद किया गया वहीं अनामिका सिंह ‘अविरल’ की ग़ज़ल ने कार्यक्रम को एक नए आयाम पर पहुँचाया। इसी क्रम में गीतकार मुरली कबीर के गीत ने सभी को आनन्दित कर दिया। तत्पश्चात नीरू श्रीवास्तव की प्रस्तुति ने कार्यक्रम में समां बांधते हुए खूब तालियाँ बटोरी। धीरपाल सिंह ‘धीर’ के गीत को भी खूब पंसद किया गया।
आईना देख मुस्कराते हो, यानि खुद से ही ग़म छुपाते हो। सुनाकर अजय ‘मदहोश’ ने अपनी ग़ज़ल से जिन्द़गी की सच्चाई बताई। मधु श्रीवास्तव की ग़ज़ल ने इक अलग पहचान बनाई। अनुराग सैनी मुकुंद ने अपना गीत ‘मन तुम्हें ढूँढ कर मन ही मन खो गया’,गाकर समां बांध दिया। अजय ‘शादाब’ की ये पंक्तियाँ-“आज कल दुनिया में यारों मुस्कराता कौन है, खोखली सी इक हँसी है खिलखिलाता कौन है” खूब पंसद की गई। अंत भोजपुरी माटी के सुगंधित हस्ताक्षर मोहन सिंह कुशवाहा जी ने कार्यक्रम को उच्चतम स्तर पर पहुँचाया। संदीप सैनी, अंशुल ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। अंत में मंजू अग्निहोत्री ने कार्यक्रम में आए सभी रचनाकारों का संस्था की ओर से धन्यवाद ज्ञापित किया। इस सफल काव्य आयोजन पर राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि प्रताप सिंह ने कोलकाता से ‘शब्दाक्षर कानपुर’ को अपनी बधाई प्रेषित की।