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४ जून, शिलचर : पिछली बाढ़ की विभीषिका पर काबू पाने के बाद बेटुकंडी बांध के जीर्णोद्धार कार्य को लेकर पूरे शहर में बवाल मच गया था. लोगों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वशर्मा ने युद्धस्तर पर बेटकंडी बांध के जीर्णोद्धार का काम शुरू किया था. जिसके चलते लंबे समय से प्रतीक्षित बेटकंडी बांध के जीर्णोद्धार सहित समस्या का स्थायी समाधान किया गया. विधायक दीपायन चक्रवर्ती ने बेतकंदी बांध के जीर्णोद्धार कार्य को युद्धकालीन गतिविधियों में पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री एवं संभाग मंत्री पीयूष हजारिका का आभार व्यक्त किया.
रविवार को एक छोटे से समारोह में बेतकंदी बांध का विधिवत उद्घाटन करने के अलावा विधायक ने विभागीय अधिकारियों की मौजूदगी में नवनिर्मित बांध के माध्यम से महिषाबिल से पानी छोड़ कर टेस्ट ड्राइव भी किया. मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत में विधायक ने कहा कि सरकार सत्ता में आने के बाद से जिस तरह से विकास कार्य कर रही है, उसका स्पष्ट प्रमाण बेतकंडी बांध है. विधायक ने आरोप लगाया कि महिषा बिल का मुद्दा काफी पुराना है, जिस पर कांग्रेस सरकार ने पिछले कुछ दिनों में जमकर राजनीति की है. चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी ने महिषा बिल को लेकर बार-बार लोगों से झूठे वादे किए हैं। लेकिन भाजपा सरकार बहुप्रतीक्षित बेटकंडी बांध का स्थायी समाधान कराने में कामयाब रही है। बाढ़ आने के एक साल के भीतर ही वर्तमान सरकार ने सिंचाई से लेकर जल संसाधन विभाग को काम सौंपकर बेटकंडी बांध समेत महिषा बिल में रुके पानी का स्थाई समाधान कर दिया है. इस नवनिर्मित बांध से महिषा बिल का पानी तेज गति से बराक नदी में प्रवाहित होगा। विधायक ने यह भी उम्मीद जताई कि भविष्य में शहरवासियों को रुके हुए पानी से बाढ़ से काफी राहत मिलेगी। दीपायन ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री बांध निर्माण परियोजना के माध्यम से कार्य विभाग के सहयोग से बेटकंडी की सड़क का कार्य शीघ्र शुरू किया जाएगा. उन्होंने इस दिन यह भी कहा कि हालांकि स्थानीय लोगों को क्षेत्र में आने-जाने में कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री के सहयोग से जल्द ही सड़क निर्माण का काम शुरू किया जाएगा. इस अवसर पर स्थानीय सांसद डॉ राजदीप राय और जिलाधिकारी रोहन कुमार झा सहित वरिष्ठ अधिकारी गण उपस्थित थे।