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यशवंत पांडेय। शिलकुड़ी 21 जून ।पूरे विश्व के साथ असम विश्वविद्यालय सिलचर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का मनाया गया। इस कार्यक्रम में सरकार द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल योग के विविध पहलुओं एवं उसके लभों पर प्रकाश डालने के साथ प्रोटोकॉल योग का अभ्यास कराया गया । सर्वप्रथम कार्यक्रम का संचालन करते हुए कार्यक्रम के समन्वयक प्रो. ए. नतराजू ने योग के लाभों पर अपने विचार व्यक्त किए। प्रोफेसर जी. पी. पांडे, प्रभारी कुलपति ने कहा कि योगराज भगवान शिव ने योग का सूत्रपात किया, जो हमारी संस्कृति का एक अभिन्न बन चुका था, परंतु कालांतर में यह कुछ व्यक्तियों तक ही सिमट कर रह गया था। उन्होंने आगे बोलते हुए कहा कि स्वामी रामदेव एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे विश्व स्तर पर स्थापित किया और आज यह लगभग अधिकांश व्यक्तियों ने इसे अपने जीवन का एक अंग बना लिया है । सरकार की मंशा भी इसे आखिरी व्यक्ति तक पहुंचने की है और यह प्रयास जारी है। असम विश्वविद्यालय सिलचर भी अपने अध्यापकों, कर्मचारियों एवं छात्रों में योग के संस्कार पिरोहित करने का लगातार प्रयास कर रहा है, ताकि स्वस्थ जीवन व्यतीत किया जा सके। इस अवसर पर प्रभारी कुलपति जयंत भट्टाचार्य ने सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद किया और कहा कि आशा है हम सभी लोग योग को अपने जीवन में अपनाएं और कम से कम आधा घंटा योग पर देंगे। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्तर पर खेलों में पुरस्कृत विजेताओं को विश्वविद्यालय की ओर से उतरीय एवं कोट पहनाकर सम्मानित किया गया साथ ही उन्हें दस हजार रुपए का चेक भी प्रदान किया गया। इस कार्यक्रम में प्रो. गंगा भूषण, प्रो. सुदीप्तो राय, डॉ अजीता तिवारी, डॉ अत्री देशमुख, श्री मनोज दे, श्री के. आनंद सिंह, श्री निरंजन दास, श्री पृथ्वीराज ग्वाला, डॉ. सुरेंद्र कुमार उपाध्याय, श्री किशोर कांति पाल, श्री जयदीप चक्रवर्ती और व्यापक संख्या में शिक्षक, कर्मचारी एवं छात्र छात्राओं ने भाग लेकर कार्यक्रम
को सफल बनाया ।