गुवाहाटी, 22 जून (हि.स.)। असम सरकार के प्रवक्ता तथा राज्य के जल संसाधन मंत्री पीयूष हजारिका ने कहा है कि राज्य के विधानसभा सीमाओं का हुआ पुनर्निधारण भारतीय तथा असमिया लोगों के लिए गर्व का विषय है। गुरुवार को यहां एक पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए मंत्री हजारिका ने कहा कि लंबे समय से स्थानीय भारतीय और असमिया लोग अनिश्चितताओं में जी रहे थे, अब जो समाप्त हो चुका है। उन्होंने कहा कि सीमाओं का पुनर्निधारण करके चुनाव आयोग ने इस अनिश्चितता का समाधान कर दिया है।
एक प्रश्न के उत्तर में मंत्री हजारिका ने कहा कि एआईयूडीएफ का असंतुष्ट होना तो स्वाभाविक ही है। क्योंकि, कुछ तत्व असम को निगल जाना चाहते थे, जिस पर चुनाव आयोग ने पानी फेर दिया है। उन्होंने कहा कि इससे पहले तक असम की 42 से 43 सीटों पर असमिया लोग चाहकर भी किसी को चुनाव नहीं जिता सकते थे। लेकिन, आज पुनर्निधारण के कारण स्थितियां ऐसी बनी है कि 102 सीटों पर असमिया लोग अपने मनचाहे उम्मीदवारों को जिता सकेंगे।
एक प्रश्न के उत्तर में मंत्री ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन बोरा एक संप्रदाय मात्र के तुष्टीकरण की राजनीति कर रहे हैं। बोरा को पूरे असम और भारत का स्वार्थ देखना चाहिए।
वहीं, उन्होंने आंदोलन के लिए मशहूर विधायक अखिल गोगोई से कहा कि वे जाति जनजातियों को गुमराह कर झगड़ा लगाने की कोशिश नहीं करें। वे पूरे असम के नेता बनें। असम के वृहत्तर स्वार्थ में उन्हें सोचना चाहिए।
विपक्षी दलों द्वारा लगाए जा रहे उन बयानों का मंत्री पीयूष ने खंडन किया, जिसमें मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा पर सीमा निर्धारण करने का आरोप लगाया गया है। मंत्री ने कहा कि यह चुनाव आयोग का कार्य है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि तकनीकी तौर पर जहां भी जो त्रुटियां हैं, उसको सुधारने के लिए सरकार चुनाव आयोग से अपील करेगी।
पत्रकार सम्मेलन के दौरान मंत्री हजारिका ने पत्रकारों के कई सवालों के सीधे-सीधे उत्तर दिए।