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असम राइफल्स ने कांगपोकपी क्षेत्र में महिला लोगों और असम राइफल्स सुरक्षा बलो के बीच तनाव के संबंध में रविवार को इंफाल फ्री प्रेस में प्रकाशित खबर का दृढ़ता से खंडन किया। हथिलखोवा क्षेत्र में तैनात असम राइफल्स की एक टीम ने बंकर के निर्माण के लिए एक घर की जांच की थी क्योंकि पिछली गोलीबारी की घटना के दौरान उसी स्थान से गोलीबारी की खबरें आई थीं, लेकिन वहां ऐसा कोई निर्माण नहीं था तथा टीम वापस लौट आई।
बाद में शनिवार यानी 24 जून 23 को लगभग 2000 लोगों की एक बड़ी भीड़ कांगलाटोम्बी में जमा हो गई और इलाके से असम राइफल्स को हटाने की मांग करने लगी। इंफाल पश्चिम के एसपी, जो मणिपुर कमांडो के साथ इलाके में पहले से मौजूद थे, ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए मनाने की कोशिश की। भीड़ ने कंगलाटोम्बी बाजार में धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया और हाथीखोवा की ओर सड़क खोदने के लिए अर्थमूवर्स का भी इस्तेमाल किया। बाद में शनिवार शाम तक भीड़ तितर-बितर हो गई।
इम्फाल फ्री प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पूरे आयोजन के दौरान, असम राइफल्स की टुकड़ियां किसी भी विवाद में शामिल नहीं हुईं। इसके अलावा, कैप्टन मनिंगबा को देश के युध नायक के रूप में सम्मानित किया जाता है, जिन्होंने गलवान में हमारी उत्तरी सीमाओं पर चीनियों से लड़ाई लड़ी और उन्हें माननीय मुख्यमंत्री श्री एन बीरेन सिंह द्वारा भी मान्यता दी गई और सम्मानित किया गया।
असम राइफल्स ने असत्यापित रिपोर्टों पर गहरी चिंता व्यक्त की है, जिसमें एक युद्ध नायक को पक्षपाती बताया गया है और साथ ही समाचार पत्र द्वारा एक पक्षीय समाचार का सहारा लेने पर भी चिंता व्यक्त की गई है।