प्रे.सं. हाइलाकान्दी, 9 फरवरी: हाइलाकान्दी जिले के असम-मिजोरम सीमा पर फिर से तनाव बढ़ा है। दक्षिण हाइलाकान्दी के रामनाथपुर थाना के अंतर्गत कचुरथल इलाके में आज रात के अंधेरे में स्थानीय कोई लोगों के घरों में मिजो उपद्रवियों ने आग लगा दी गई है। हिंसा में कम से कम दस लोग घायल हुए हैं। गंभीर रूप से घायल आकिव अली, हासना बेगम, एनाम उद्दीन को गंभीर हालत में शिलचर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में भेजा गया है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि दुष्कृतकारियो ने मिजो पुलिस के सहयोग से तबाही को अंजाम दिया। आरोप है कि, असम के निवासियों को बेदखल करने के लिए हवा में गोलियां चलाई गईं। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए हाइलाकान्दी से कचूरथल इलाके में विशाल पुलिस-सीआरपीएफ बलों को भेजा गया है। जिला उपायुक्त मेघ निधि दाहाल एवं पुलिस अधीक्षक पवींद्र कुमार नाथ सहित जिला प्रशासन के शीर्ष अधिकारी कचुरथल पहुंचे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, आज सुबह से ही असम- मिजोराम की सीमा पर स्थित गल्लाछड़ा एवं कचुरथल क्षेत्रों में नए रूप से तनाव पैदा हो गया है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक सड़क के निर्माण को लेकर लंकाकंड शुरू हुआ। कुछ मिज़ो उपद्रवियों ने निर्माण को जबरन रोक दिया, यह दावा करते हुए कि मिज़ोराम भूमि पर सड़कें बनाई जा रही हैं। इस घटना ने उस समय असम एवं मिजोराम के निवासियों के बीच एक गर्म बहस छिड़ गई और बाद में झड़पें हुईं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, उस समय, वे पथराव शुरू करने से हट गए थे। इस घटना का बदला लेने के लिए, तीन सौ से अधिक मिज़ो दुस्कृतकारी ने आज शाम मिज़ो पुलिस के साथ कचुरथल गांव में प्रवेश किया और लूटपाट व हमलों को अंजाम दिया।
कचुरथल में कई लोगों और बच्चों से नहीं मिलने की शिकायतें। लगभग आधे घंटे तक चली मिजो शरारत के परिणामस्वरूप अब कचूरथल गाँव को जन शुन्य हो गई है। हाइलाकान्दी जिला पुलिस अधीक्षक पबिंद्र कुमार नाथ ने घरों में आग लगाने की घटना को स्वीकार किया। उन्होंने अवगत कराया कि मिजो दुस्कृतकारीओं को कचुरथल के विवादित इलाके से भगा दिया गया है।