सम्माननीय मित्रों ! हरियाणा में सुनियोजित रूप से भडकायी हुयी हिंसा के संदर्भ में मैं पहले से ही लिखता आया हूँ ! सन् २०२४ केन्द्रीय चुनाव के पूर्व देश का कोई भी भाग भयानक दंगों की आग से झुलसने से बचेगा इसमें मुझे संदेह है ! इन दंगों के पीछे कम्यूनिस्ट विचारधारा का नकाब पहनकर-“I.N.D.I.A.” है ये सभी जानते हैं ! और ये दंगे केवल -“मोदी के गले में घंटी” बांधनी है ! यही एकमात्र विकल्प है ! दंगों से ही “I.N.D.I.A.” जीत सकता है ! इसी मिशन पर भारतीय राष्ट्रीयता के विरुद्ध विपक्ष की जो एकजुटता दिखती है ! इसके आनें वाले कल और भी गम्भीर और खतरनाक परिणाम दिखेंगे ये निश्चित है।
समूचे देश और विदेश में भारतीय राजनीति के जानकार बुद्धिजीवी जानते हैं कि फिलहाल भारत की राजनीति में विपक्ष -“चूहों” की स्थिति में आ चुका है ! और ये बिलकुल सत्य है कि चूहे सभी कुछ कुतरते रहते हैं ! किन्तु कभी-कभी ये -“प्लेग” भी फैलाकर महामारी की चपेट में पूरे देश को ला सकते हैं-ये भारतीय नागरिकों को गंभीरता से समझने की आवश्यकता है।
और आवश्यकता है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तथा भारतीय जनता पार्टी के साथ-साथ सभी हिन्दुत्ववादी संगठनों को कि उदारवादिता से आप कट्टर वादियों से जीत नहीं सकते ! यही गलती-“गांधी” ने की थी कि अपने आपको-“भारत के राष्ट्रपिता”
के रूप में समूचे विश्व को दिखाने के लिए उन्होंने स्वतंत्रता के अवसर पर पचासों लाख हिन्दुओं की वीभत्स हत्या कराने के साथ-साथ भारत के तीन टुकड़े भी करवा दिये।
ये सत्य है कि अहिंसा के उस पुजारी(?) ने समूचे विश्व में अपने नाम का डंका बजवा दिया किन्तु हिन्दू समाज को घुटनों पर ला दिया ! मन्दिर मन्दिर तो वे भी जाते थे ? और ताली पीट पीट कर गाते गवाते थे कि-
“रघुपति राघव राजाराम,पतीत पावन सीताराम।
ईश्वर अल्ला तेरो नाम,सबको सन्मति दे भगवान॥”
आज उनके कदमों पर हमें चलने की आवश्यकता नहीं है ! अंतर्राष्ट्रीय शान्ति पुरस्कारों की अपेक्षा अब शांति के क्षेत्र में हिन्दू समाज को कूटनीतिज्ञ बनना है ! आश्चर्य और दुःख इस बात का है कि कांग्रेस की भाषा में जिसे-“सेक्युलर”कहते हैं बिलकुल वही भाषा अब बीजेपी में भी कुछ लोग अपना चुके हैं। और इसके मूल में है बीजेपी में आयातित लोगों का वर्चस्व ! प्रिय मित्रों ! सच्चे हिन्दू ये जानते हैं कि कुण्डली में नौ शनिश्चर भले ही बैठे हों किन्तु घर में एक भी गन्दे खून के व्यक्ति को लाना महाविनाश का कारण होता है। हमें पुनश्च अब ये सोचने की आवश्यकता है कि जिस हिन्दुत्व के नामपर आज बीजेपी इतने विशाल बहुमत से सदन में बैठी है ! उसे अपने लक्ष्य को पाने हेतु अपनी उसी विचारधारा पर चलना चाहिये।
औरंगजेबों का समर्थन आपको नहीं मिलेगा ! जो अपने बच्चों के नाम अभी भी-“तैमूर,नियाजी,अफजल,चंगेज़ रखने में गर्व करते हैं,वे आपको वोट देंगे ? हरियाणा जैसे छोटे से राज्य में ! गुरग्राम अर्थात बिलकुल हमारे राष्ट्र की राजधानी के सीमावर्ती क्षेत्र में मुस्लिम गुण्डों (आतंकवादियों) के आतंक से हमारे भी प्रशासन और जनसमुदाय को ये समझना होगा कि-“आतंकवादियों की एक जात होती है-“उस जाति पर बुलडोजर चलाना ही होगा !
हमारी शोभायात्रा पर पथराव करना इनका मजहब सिखाता है !
इनके घरों में घुसकर इनको मारना होगा। हमारी बेटियों की ईज्जत लूटना जेहाद है ! हमारे मन्दिरों को तोडना खुदायी इबादत है तो उस समूची औरंगजेबी फितरती आततायी कौम को येन केन प्रकारेण श्रीमद्भगवद्गीता हमें पढानी होगी। भारत में रहने की एक ही शर्त होनी चाहिये ! आपका मक्का मदीना काबा देश के बाहर नहीं हो सकता ! आपके मस्तिष्क का संचालन- “वेटिकन” से नहीं हो सकता ! ये सोची समझी दुष्ट नीति है कि बीजेपी शासित मणिपुर की तरह ही हरियाणा में आग लगायी गयी है ! इस आग को लगाने में खालिस्तानी मस्तिष्क ! रोम और मुस्लिम देशों से आया पैसा ! जेहादी कौम के दरिन्दों का हुजूम और उनके हांथों में I.N.D.I.A. का दिया पेट्रोल है !
इनकी रणनीति इतनी अभेद्य होती है कि इस भयानक काण्ड को करने हेतु इन्होंने सर्वप्रथम-“साइबर पुलिस थाने” पर हमला कर घटना स्थल के समीप के साइबर को अपने हाथों ले लिया, जिसके फल स्वरूप प्रशासन को इन हैवानों पर कार्रवाई करने में इतनी देर लगी ! और दो बातें १००% सत्य हैं कि-“(१)-यदि हिन्दू समुदाय के कुछेक युवाओं ने आतंकवादियों के हमले का तत्काल प्रबल विरोध न किया होता तो वहां हजारों की संख्या में हिन्दुओं की हत्या होती क्योंकि कि पुलिस बल अत्यंत ही कम था एवं “(२)-इन आतंकवादियों का संचालन इंटरनेट के द्वारा पंजाब,पश्चिम बंगाल और राजस्थान में बैठे इनके वे आका कर रहे थे जिनका पर्दाफाश होना अभी बाकी है–शेष अगले अंक में ! –“आनंद शास्त्री”





















