यशवंत पांडेय , शिलकुड़ी 16 सितम्बर । एनआईटी शिलचर के छात्र आत्महत्या काण्ड के दूसरे दिन परिस्थिति शांत रहा, शनिवार को एनआईटी शिलचर में सन्नाटा छाया रहा। छात्र-छात्राओं ने कोई विरोध प्रदर्शन नही किया, बल्की शाम को आत्मघाती कोच बूकर के आत्मा शान्ति के लिए हजारों छात्र-छात्राओ ने पूरे शान्तिपूर्ण तरीके से मोमबत्ती रैली निकाली, नम आंखो से श्रद्धांजली देने के साथ ही कोच बूकर के लिए न्याय की मांग किया, छात्र-छात्राओं ने बताया कि इस हत्याकाण्ड से जुड़े व्यक्तियों को शीध्रताशीघ्र शास्ति मिले। शनिवार को एनआईटी कैम्पस में कोई क्लास नही हुआ, क्योंकि शनिवार और रविवार यह दो दिन बंद रहता है, वही सुरक्षा के मद्देनजर काछाड़ पुलिस अधीक्षक नोमल महत्ता के निर्देश पर दर्जनों से अधिक पुलिस कर्मी तैनात थे, ज्ञात हो कि शुक्रवार को एनआईटी शिलचर के 7 नम्बर होस्टल में कोच बूकर ने फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला, जिसके बाद ही छात्र-छात्राओं ने आक्रोशित होकर प्रोफेसर डा. बी के राय के घर पर हमला बोला और उनके घर को तहस नहस कर दिया, जिला प्रशासन मौके पर पहुंचकर बो के राय समेत परिवारवालों को किसी तरह घर से निकालकर जान बचाया, नही तो मामला और गंभीर हो सकता था,
उस रात को उत्तेजित छात्र बेकाबू हो चूके थे, जिला प्रसाशन के तरफ से काछाड़ जिला आयुक्त रोहन कुमार झा, पुलिस अधीक्षक नोमल महत्ता छात्रों को समझाने में नाकायाब रहे, उत्तेजित छात्र-छात्राओं को शांत करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, जिसमें 40 छात्र घायल हुए, वही छात्रों उत्तेजित छात्रों ने चार गाड़ियों को तोड़ फोड़ दिया, एनआईटी परिसर में पुलिस और सीआरपीएफ की टीम रातभर डटी रही, स्थिति भयाबह देखते हुए रात 12 बजे एनआईटी के निदेशक दिलीप कुमार बैद्य, काछाड़ आयुक्त रोहन कुमार झा, पुलिस अधीक्षक नोमल महत्ता, एसीस्टेंट रजिस्ट्रार रूपज्योति देब समेत अन्य पदाधिकारी निदेशक के बंद कमरे में देढ़ घन्टे तक बैठक किया, ठीक रात देढ़ काछाड़ आयुक्त रोहन कुमार झा, पुलिस अधीक्षक नोमल महत्ता, डिरेक्टर दिलीप कुमार बैद्य, रजिस्ट्रार के एल बैष्णव मीडिया के सामने आये और बताया कि अगर परिस्थिति शनिवार तक ठीक नही रहा तो एनआईटी शिलचर को अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया जायेगा, मगर अनिश्चितकाल बंद करने का नौबत नही आया, छात्रोंं शनिवार को कोई हंगामा नही किया, अब मामला शांत हो गया है, वहीं निदेशक ने कहा कि घटना की जांच के लिए एक कमिटी बनाई गयी है, काछाड़ आयुक्त ने कहा कि छात्रों को इस तरह का उग्र प्रदर्शन नही करना चाहिए था।