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2 अक्टूबर 2023 को उत्तर प्रदेश औरैया जिला के फफूंद नगर में जागरूक समाजसेवी गोप्रेमी बन्धुओं ने नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में बेसहारा गोवंश बड़ी संख्या में घूम रहा है जो आये दिन ग्रामीण किसानों की फसलों को नुक़सान पहुंचाते है व राहगीर लोग दुर्घटना के शिकार होते है। इसको देखते हुए समाज सेवी योगेश त्रिपाठी ने अपने साथियों से इस विषय पर चिंतन किया और नवाचार कार्य योजना बनी। प्रमुख गोप्रेमी जनों को जोड़कर गौ ग्रास सेवा समिति का निर्माण किया माहेश्वरी गेस्ट हाउस संचालक योगेश त्रिपाठी की अध्यक्षता में समिति का गठन हुआ। जिसमें अध्यक्ष योगेश त्रिपाठी, उपाध्यक्ष डॉ हरीशंकर दुवे, मानवेन्द्र पोरवाल, विक्रम सिंह पाल, महामंत्री अमरेश पाण्डेय, सह सचिव जयेश दुवे, कोषाध्यक्ष शिवम् चतुर्वेदी,सह कोषाध्यक्ष विनित तिवारी जिसके द्वारा जनमानस में गाय गौमाता के प्रति गौमहत्व गौ ग्रास की महिमा जानने हेतु 2अक्टूबर को माहेश्वरी गेस्ट हाउस में एक गोपालकों, गोसेवकों एवं समाज सेवी बन्धुओं का गौ सेवक सम्मेलन आयोजित हुआ। जिसमें विश्व हिन्दू परिषद् गोरक्षा केन्द्रीय मंत्री एवं उड़ीसा, बंगाल असम क्षेत्र प्रभारी उमेश चन्द्र पोरवाल जी मुख्य वक्ता के रुप में उपस्थित रहे व मुख्य अतिथि अनिल दीक्षित जी विश्व हिन्दू परिषद लखनऊ क्षेत्र सह विशेष सम्पर्क प्रमुख, कार्यक्रम की अध्यक्षता राम शुक्ला जी प्रदेश उपाध्यक्ष राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ व विशिष्ट अतिथि अनूप जी ज़िला प्रचारक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उपस्थित रहे। जिसमें श्री पोरवाल ने जी गौग्रास की महिमा को अवगत कराते हुए कहा गाय पालन से गोसेवा का फल मिलता है। गाय से सदैव सकारात्मक ऊर्जा मिलती है, गाय एक चलता-फिरता चिकित्सालय है एवं जीवंत जैविक खाद का भण्डार है, आज देश भर में अनेकों किसान जैविक खेती करते हैं। अनेक प्रकार के गो उत्पाद निर्माता होतें है मंजन,धूप बत्ती, मच्छर क्वाइल, दिया, मूर्ति, गोकाष्ठ , साबुन, उपटन खाद, गोमूत्र फिनायल, कीट नियंत्रक, आदि बनते हैं। देश की अनेक गो प्रेमी संस्थाओं द्वारा गो उत्पाद किए जा रहे हैं। अभी गोबर से वैदिक पेंट बनाया जा रहा है। देश में छत्तीसगढ़ राज्य की पहली सरकार है जो गाय का गोबर और गोमूत्र को खरीदती गौधन योजन द्वारा किसानों को एवं महिलाओं को स्वयं सहायता समूह द्वारा गोबर खाद एवं अनेक गो उत्पाद निर्मित कराती है एवं सरकार नव निर्मित भवनो को गाय के गोबर से बने वैदिक पेंट किया जाता है। उत्तर प्रदेश सरकार को भी प्रेरणा लेनी चाहिए जहां ग्राम पंचायत स्तर में उत्तर प्रदेश सरकार ने बेसहारा गोवंश के लिए आश्रय केन्द्र खोले हैं जो है सिर्फ खाना पूर्ति के लिए जो आय दिन किसानों के लिए समस्या बने दिनरात किसान सो नहीं पाता है फसल बचाने के लिए। उत्तर प्रदेश सरकार एक जिला मे अच्छा माॅडल तैयार करे जहां पानी और जंगल हो जिस प्रकार जंगल सफारी बनी इटावा में इस प्रकार गाय के लिए कामधेनु विश्व विद्यालय स्थापित करना चाहिए जहाँ सिर्फ और सिर्फ भारतीय देशी गाय की के गोबर ,गो मूत्र,गो दुग्ध, दही, घृत, पंचगव्य के से अनेक उत्पाद दैनिक जीवन वाले एवं कृषि के लिए गोबर खाद, कीट नियंत्रक आदि का निर्माण हो जो माननीय प्रधानमंत्री जी का सपना साकार हो लोकल का बोकल निर्माण कर किसान गोपालकों स्वावलंबी बना आत्मनिर्भर बनाना। मुख्य अतिथि श्री अनिल दीक्षित ने पहली रोटी गाय को गौ ग्रास के रूप मे खिलाकर दिन की शुरूआत करे शुभ कार्यों में गौमाता के लिए गोग्रास के रुप में मंगल निधि निकलना चाहिए।, देश महात्मा गांधी जी स्वराज्य प्राप्त होते पहला कानून गोवंश हत्या बंद का होगा लेकिन दुर्भाग्य रहा देश आज तक बंद नहीं हुई। पूर्व प्रधानमंत्री मंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी ने जय जवान जय किसान का नारा दिया एक दिन सप्ताह में उपवास का देश की जनता से आह्वान किया था। ज़िला प्रचारक जी समाज में किसानों को गाय ना छोड़ने की अपील की महिमा समूह के द्वारा गोपालन कर स्वावलंबी बनाने पर प्रकाश डाला,कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे श्रीराम जी ने जैविक खेती, आज़ की आवश्यकता है जो गोवंश के बिना संभव नहीं है इसलिए नागपुर देवलापार, कुठौन, बिठूर कानपुर में जाकर कुछ लोगों को इसका प्रशिक्षण लेकर यहां माडल खड़े हो। इसके लिए कोठीपुर के प्रधान अमरेश पाण्डेय जी संकल्प लिया एक आदर्श गोविज्ञान अनुसंधान केन्द्र का माडल विकसित करेंगे जो बिना सरकारी अनुदान से खड़ा होगा समाज और राष्ट्र के लिए प्रेरणा दायी हो एसा प्रयास रहेगा जो ग्राम विकास पर्यावरण संरक्षण आत्मनिर्भर होगा। क्षेत्र के कुछ गोपालकों को सम्मानित किया। आभार प्रकट योगेश त्रिपाठी जी ने किया। एवं सभी से अपील की गौग्रास सेवा समिति द्वारा एकत्र गोग्रास को बेसहारा गोवंश के लिए गौशालाओं में भेजा जायेगा ताकि समाज में इस नवाचार से लोगों को प्रेरणा मिलें। गौमाता की रक्षा हो।