गंगटोक, 07 अक्टूबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने आज (शनिवार) सुबह उत्तरी सिक्किम के मंगन निर्वाचन क्षेत्र के टुंग, नागा और रिल गांव का दौरा किया। दक्षिण लोनाक झील के फटने से तीस्ता नदी में आई बाढ़ से इन गांवों में सबसे ज्यादा तबाही हुई है।
यहां बाढ़ से लोगों के घर, कृषियोग्य जमीन और सड़कें जमींदोज हो गई हैं। इन गांवों की स्थिति भयावह है। अधिकांश लोग विस्थापित हो गए हैं। फिलहाल इस जगह पर गांव को दोबारा बसाने की स्थिति नहीं है। ग्रामीणों ने राहत शिविरों में शरण ली है।
मुख्यमंत्री तमांग ने प्रभावित लोगों से बातचीत की और आश्वासन दिया कि सरकार हर तरह से उनके साथ है। उन्होंने मीडियाकर्मियों से बातचीत में सहयोग के लिए केंद्र सरकार का आभार जताया। तमांग ने कहा कि इस आपदा से निपटने में केंद्र सरकार से काफी सहयोग मिल रहा है। जल प्रलय में सिक्किम को हजारों करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
उन्होंने कहा कि उत्तरी सिक्किम के चुंगथांग, लाचेन और लाचुंग के साथ अभी तक संपर्क स्थापित नहीं हो पाया है। इसके कारण यह स्पष्ट नहीं है कि वहां कितना नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि फिलहाल सरकार की प्राथमिकता उत्तरी सिक्किम से संपर्क स्थापित करना है। तीस्ता नदी की बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए एक समिति का गठन किया गया है। समिति की रिपोर्ट मिलने के बाद ही नुकसान के बारे में स्पष्ट रूप से बताया जा सकेगा।