छोटे बच्चों को खाना खिलाना एक मुश्किल काम है. उनकी पसंद की चीजें बनाने के बाद भी वे खाना पसंद नहीं करते, या फिर किसी एक चीज को ही खाते रहते हैं जिसकी वजह से पर्याप्त पोषण की उनके शरीर में कमी हो जाती है. कई बार बच्चा ठीक ठाक दिखाई देने के बाद भी कई ऐसी परेशानियों से जूझ रहा होता है, जिसका अंदाजा आमतौर पर पेरेंट्स जल्दी नहीं लगा पाते हैं. ऐसी ही एक परेशानी है न्यूट्रिशन की कमी. बच्चों में अक्सर विटामिन या कैल्शियम की कमी हो जाती है लेकिन इसका पता काफी बाद में चलता है और बच्चे गंभीर रूप से बीमार या कमजोर हो जाते हैं.
डॉ. कहते हैं कि बच्चों की शारीरिक और मानसिक ग्रोथ के लिए जरूरी है कि उनका पर्याप्त ध्यान रखा जाए. उन्हें प्रचुर पोषण युक्त खाना खिलाया जाए. कई बार कुछ ऐसी कॉमन बीमारियां होती हैं जो बच्चों को होती रहती हैं, माता-पिता इसे सामान्य मौसमी बीमारियां मानकर इलाज कराते रहते हैं, जबकि बच्चा न्यूट्रीशन की कमी से कमजोर होने लगता है.
इस लक्षण से पहचानें न्यूट्रीशन की कमी
अगर आपके बच्चे को बहुत ज्यादा दस्त रहते हैं. यानि कि वह बार-बार दस्त की समस्या से जूझता है. ठीक होने के कुछ दिन बाद फिर उसे दस्त की समस्या होती है तो यह विटामिन की कमी का बड़ा लक्षण हो सकता है. इस स्थिति में दस्त के साथ ही बच्चे को थकान और सुस्ती भी रहती है. विटामिन डी की कमी से शरीर में कैल्शियम भी कम होता चला जाएगा और बच्चे की हड्डियों के विकास के साथ ही उनकी मजबूती को भी रोकेगा.
कई शोध बताते हैं कि विटामिन डी की कमी से आंत द्वारा अवशोषण में कमी आती है, जिसकी वजह से बच्चों में बार बार दस्त की समस्या होती है. ये विटामिन डी और बी12 की कमी का एक आम लक्षण है, जिसे अधिकांश अभिभावक सामान्य मान लेते हैं और दवा खिलाते हैं. हालांकि ये बात पेरेंट्स को याद रखने की जरूरत है कि बच्चे को बार-बार तो दस्त नहीं हो रहे. अगर ऐसा है तो डॉक्टर को दिखाने के साथ-साथ बच्चे में न्यूट्रिएंट्स की जांच कराने की भी जरूरत है.
बच्चों को खिलाएं ये चीजें- डॉ. कहते हैं कि बच्चे को सबसे जरूरी है दोनों टाइम खाना खिलाना. जिसमें दाल, चावल, रोटी, सब्जी और दही शामिल होना चाहिए. बच्चे को दूध भी दें. इसके अलावा बच्चे को पालक जरूर खिलाएं यह कैल्शियम का सबसे बेहतर स्त्रोत है.
सप्लीमेंट्स करें कम- अगर आपका बच्चा पूरी तरह खाना नहीं खाता है और इसलिए आप उसे सप्लीमेंट्स, पाउडर्स या दूध में डालने वाली पाउडर पिलाते हैं तो ये उसे पर्याप्त न्यूट्रीशन देंगे, ऐसा सोचना सही नहीं है. पर्याप्त न्यूट्रीशन घर के भोजन से ही मिलेगा. इसलिए सप्लीमेंट्स पर निर्भर रहने के बजाय बच्चे को घर का खाना खिलाएं.